बिहार चुनाव परिणाम 2025 के बाद NDA सरकार के गठन की प्रक्रिया शुरू। बीजेपी-जेडीयू में मंत्रिमंडल पर '6 विधायक पर 1 मंत्री' फॉर्मूला तय। मांझी, कुशवाहा और चिराग पासवान की शाह से मुलाकात।
By: Ajay Tiwari
Nov 16, 20255:07 PM
हाइलाइट्स
नई दिल्ली. स्टार समाचार वेब
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की शानदार जीत के बाद, अब राज्य में नई सरकार के गठन की प्रक्रिया तेज हो गई है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के बीच मंत्रिमंडल के गठन और घटक दलों की हिस्सेदारी को लेकर पहले दौर की बातचीत सफलतापूर्वक पूरी हो चुकी है। सूत्रों के अनुसार, मंत्रिमंडल में विधायकों को शामिल करने के लिए 'छह विधायकों पर एक मंत्री पद' का फॉर्मूला लागू किए जाने की संभावना है।
बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व के साथ बातचीत समाप्त करने के बाद, जेडीयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा रविवार को पटना लौटेंगे। पटना पहुंचने पर वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात करेंगे और जेडीयू विधानमंडल दल की बैठक के साथ-साथ एनडीए विधानमंडल दल की बैठक की तैयारियों को आगे बढ़ाएंगे।
जेडीयू सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सोमवार (17 नवंबर) को ही जेडीयू विधानमंडल दल की बैठक बुलाई जा सकती है। यह उम्मीद है कि एनडीए के नेता का चुनाव करने की प्रक्रिया 18 नवंबर तक पूरी हो जाएगी। इसके बाद बीजेपी शेष सहयोगी दलों के साथ मिलकर सरकार गठन पर विस्तृत बातचीत करेगी।
गठबंधन के प्रमुख सहयोगी दलों के नेता भी दिल्ली में केंद्रीय नेतृत्व से मुलाकात करेंगे। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के संरक्षक और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी आज गयाजी से दिल्ली पहुंचकर गृहमंत्री अमित शाह और अन्य बीजेपी नेताओं से मिलेंगे। राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा भी पटना से दिल्ली के लिए रवाना हो चुके हैं और उनकी भी अमित शाह से मुलाकात का कार्यक्रम है। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान भी रविवार को पटना से दिल्ली जा रहे हैं। दिल्ली में LJP(R), HAM, और RLM के साथ सरकार गठन पर अंतिम दौर की चर्चाएं होंगी।
इस विधानसभा चुनाव में एनडीए ने कुल 202 सीटों पर जीत दर्ज कर बहुमत का आंकड़ा पार किया है। बीजेपी 89 सीटों के साथ प्रदेश की सबसे बड़ी पार्टी बनी है, जबकि जेडीयू 85 सीटें जीतकर दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है। इसके अलावा, चिराग पासवान की एलजेपी (रामविलास) ने 19 सीटें, जीतन राम मांझी की HAM ने 5 सीटें, और उपेंद्र कुशवाहा की RLM ने 4 सीटों पर सफलता हासिल की है। वहीं, विपक्षी महागठबंधन केवल 35 सीटों पर सिमट गया।