सतना में कांग्रेस ने जिलाध्यक्षों के नामों की घोषणा कर बड़ा राजनीतिक बदलाव किया है। विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा को जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण का अध्यक्ष और आरिफ इकबाल सिद्दीकी को शहर कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया है। निर्णय से कार्यकर्ताओं में आश्चर्य और आक्रोश देखने को मिल रहा है।
By: Yogesh Patel
Aug 17, 20252 hours ago
हाइलाइट्स
सतना, स्टार समाचार वेब
कांग्रेस ने शनिवार को बहुप्रतिक्षित अपने जिलाध्यक्षों के नामों की घोषणा कर दी। इसमें पांच विधायकों को भी पार्टी ने संगठन की कमान सौंपी है। जिन विधायकों को कांग्रेस का जिलाध्यक्ष बनाया गया है उनमें सतना विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा डब्बू का नाम भी शामिल है। विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा को जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण का अध्यक्ष बनाया गया है। जबकि विधायक की पसंद आरिफ इकबाल सिद्दीकी को शहर कांग्रेस कमेटी का मुखिया बनाया गया है। कांग्रेस के ग्रामीण व शहर अध्यक्षों के नामों की घोषणा के साथ ही कांग्रेसी आश्चर्यचकित हैं। किसी को उम्मीद नहीं थी कि इस तरह से संगठन के मुखिया की घोषणा होगी। शहर अध्यक्ष के लिए आरिफ इकबाल को विधायक की पसंद के तौर पर देखा जा रहा था लेकिन माना यह जा रहा था कि पार्टी के वर्षों पुराने अन्य दावेदारों के मुकाबले आरिफ इकबाल पर पार्टी दांव लगाती है या नहीं। आरिफ इकबाल को लेकर चल रही तमाम अटकलों को विराम देते हुए जहां संगठन ने उन्हें शहर की कमान सौंप दी वहीं विधायक को भी ग्रामीण की जिम्मेदारी देने से कुछ हद तक पार्टी कार्यकर्ता आश्चर्य में हैं।
लोस व मेयर का टिकट भी मिल चुका है & सतना से दो बार के विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा को दूर-दूर तक अध्यक्ष के दावेदारों में नहीं माना जा रहा था। लोगों का मानना था कि विधायक की टिकट के बाद उन्हें मेयर फिर लोकसभा की टिकट दिए जाने के बाद संगठन में उनकी पसंद का कोई व्यक्ति बैठ सकता है पर उनकी स्वयं की ताजपोशी समझ नहीं आ रही।
कांग्रेसी ही तलाश रहे शहर अध्यक्ष का मोबाइल नम्बर & शहर कांग्रेस कमेटी के नए अध्यक्ष आरिफ इकबाल सिद्दीकी को लेकर कार्यकर्ताओं में अभी से आक्रोश सामने आने लगा है। पार्टी के मौजूदा युकां के जिलाध्यक्ष ने तो बकायदा पोस्ट करके लोगों से नए शहर अध्यक्ष का मोबाइल नम्बर मांगा है। संगठन सृजन अभियान ेके तमाम दावोंं के बीच शहर अध्यक्ष के रूप में आरिफ इकबाल सिद्दीकी की ताजपोशी को कांग्रेसी पचा नहीं पा रहे हैं। माना जा रहा है कि अगले एक- दो दिनों में नेताओं का आक्रोश इस्तीफे के रूप में सामने आ सकता है।