दे दे प्यार दे 2 (DDPL 2) फिल्म रिव्यू: पहली फिल्म की सफलता के बाद क्या सीक्वल चला पाया जादू? अजय देवगन, आर. माधवन और रकुल प्रीत सिंह स्टारर इस फैमिली कॉमेडी को मिले $2.5$ स्टार। पढ़ें पूरा विश्लेषण।
By: Ajay Tiwari
Nov 14, 20254:48 PM
एंटरटेंमेंट डेस्क. स्टार समाचार वेब
2019 में आई अजय देवगन और तब्बू की 'दे दे प्यार दे' को दर्शकों ने हाथों-हाथ लिया था। उम्र के अंतर पर आधारित इस अनोखी प्रेम कहानी में जब रकुल प्रीत सिंह की एंट्री हुई, तो यह एक बड़ी हिट साबित हुई। अब, 'दे दे प्यार दे 2' (De De Pyaar De 2) के साथ, निर्देशक अंशुल शर्मा और निर्माता लव रंजन ने उसी फॉर्मूले को दोहराने की कोशिश की है, लेकिन इस बार कास्ट में कुछ नए, दमदार चेहरे शामिल हैं: आर. माधवन, गौतमी कपूर, और मीजान जाफरी।
'दे दे प्यार दे 2' की कहानी पिछली फिल्म के ठीक बाद शुरू होती है। अजय देवगन का किरदार आशीष अब आयशा (रकुल प्रीत सिंह) से शादी करने के लिए तैयार है, लेकिन इस बार चुनौती आयशा के परिवार की तरफ से है। फिल्म आयशा के माता-पिता (आर. माधवन और गौतमी कपूर) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो आशीष के उम्र में बड़े होने के कारण उन्हें बिल्कुल भी पसंद नहीं करते। पूरी फिल्म इस बात पर केंद्रित है कि आयशा और आशीष कैसे अपने परिवार की रजामंदी हासिल करते हैं। कहानी हल्की-फुल्की और पारिवारिक नोकझोंक से भरी है, लेकिन इसका मुख्य प्लॉट पहले की तरह दमदार नहीं लगता।
फिल्म के लेखक और निर्माता लव रंजन हैं और उनका सिग्नेचर स्टाइल पूरी फिल्म में साफ झलकता है—हल्के-फुल्के संवाद, रिश्तों के बीच की नोकझोंक और कॉमेडी का पुट। निर्देशन अंशुल शर्मा ने किया है। पहला हाफ दर्शकों को बांधे रखता है और मजेदार पलों से भरपूर है। लेकिन दूसरा हाफ थोड़ा खिंचा हुआ और बोझिल महसूस होता है। ऐसा लगता है कि कहानी को अनावश्यक रूप से लंबा खींचा गया है, जिससे इसका असर कम हो जाता है। यदि संपादन (editing) पर थोड़ा और ध्यान दिया जाता, तो शायद फिल्म की डूबती नैया को संभाला जा सकता था।
पिछली फिल्म में अजय देवगन और तब्बू की जोड़ी ने समां बांध दिया था, लेकिन इस बार आर. माधवन ने पूरी लाइमलाइट चुरा ली है। माधवन, जो आयशा के पिता की भूमिका में हैं, अपनी शानदार स्क्रीन प्रेजेंस से कई दृश्यों में अजय देवगन से भी आगे निकल जाते हैं।
आर. माधवन और गौतमी कपूर: गौतमी कपूर को यहाँ एक दमदार भूमिका मिली है और उन्होंने एक परेशान माँ के रूप में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। माधवन और गौतमी की केमिस्ट्री देखने लायक है।
अजय देवगन: उनका स्क्रीन टाइम पिछली फिल्म की तुलना में कम है। उन्होंने अच्छा काम किया है, लेकिन उनके किरदार को पहले जितना मजबूत नहीं लिखा गया है।
रकुल प्रीत सिंह: वह बेहद खूबसूरत दिखती हैं, लेकिन इमोशनल दृश्यों में उनका अभिनय थोड़ा कमतर लगता है।
मीजान जाफरी (सरप्राइज पैकेज): इंटरवल के बाद मीजान जाफरी की एंट्री फिल्म में नई जान डालती है। उनका अभिनय, डांसिंग स्किल्स और स्क्रीन प्रेजेंस शानदार है। वह फिल्म के सबसे बड़े हाईलाइट में से एक हैं।
जावेद जाफरी: हमेशा की तरह, अपनी कॉमिक टाइमिंग से दर्शकों को हंसाने का काम बखूबी करते हैं।
'दे दे प्यार दे 2' पहली फिल्म की तरह एक बेजोड़ कॉमेडी नहीं है, लेकिन इसमें पारिवारिक ड्रामा, हल्के-फुल्के पल और शानदार परफॉर्मेंस की कमी नहीं है। यदि आप लव रंजन स्टाइल की कॉमेडी, पारिवारिक नोकझोंक और आर. माधवन तथा मीजान जाफरी का दमदार अभिनय देखना चाहते हैं, तो यह फिल्म एक बार देखने लायक है।