ग्वालियर के गिजौर्रा क्षेत्र में गुंडागर्दी की हद पार करने वाला एक वीडियो सामने आया है। आदतन अपराधी सतीश यादव दो लोगों को बेल्ट से बेरहमी से पीट रहा है, जिससे उनकी खाल उधड़ गई। विवाद रेत खदान संचालन से जुड़ा बताया जा रहा है। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने जाँच शुरू की, लेकिन शिकायत न आने पर कार्रवाई में देरी से कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल।
By: Ajay Tiwari
Nov 08, 20255:45 PM
हाइलाइट्स
ग्वालियर. स्टार समाचार वेब
वीडियो पुराना है, लेकिन रेत माफिया की करतूत को उजागर कर रहा है। ग्वालियर जिले के गिजौर्रा क्षेत्र से एक वीडियो सामने आने के बाद यहाँ की कानून-व्यवस्था पर एक बार फिर गंभीर प्रश्नचिह्न खड़े हो गए हैं। वायरल वीडियो में गुंडागर्दी की पराकाष्ठा दिखाई दे रही है, जहाँ एक आदतन अपराधी खेत में जमीन पर उल्टा लिटाए गए दो लोगों को बेल्ट से बेरहमी से पीट रहा है। बताया गया है कि पिटाई इतनी भयानक थी कि पीड़ितों की खाल से मांस तक निकलने लगा। उनके पीठ और शरीर के निचले हिस्सों पर बेल्ट के गहरे निशान साफ दिख रहे हैं। मारपीट करने वाले व्यक्ति की पहचान सतीश यादव के रूप में हुई है, जो ग्वालियर का एक आदतन अपराधी बताया जा रहा है।
स्थानीय जानकारी के अनुसार, यह विवाद गिजौर्रा क्षेत्र में रेत की खदान के संचालन को लेकर उपजा है। वायरल वीडियो में सतीश यादव बेल्ट से पीटते हुए बार-बार पीड़ितों से पूछता है, "अब बताओ गुंडा कौन?" जिस पर पिट रहे दोनों पुरुष दर्द से कराहते हुए बार-बार 'सतीश... सतीश... सतीश...' कहते सुनाई देते हैं। पिटाई झेलने वाले दोनों पीड़ित दतिया के रहने वाले बताए गए हैं, जिनकी पहचान राजेंद्र यादव और नरेश यादव के रूप में हुई है।
वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बावजूद, स्थानीय पुलिस का शुरुआती रवैया सवालों के घेरे में आ गया। पुलिस ने शुरू में यह कहकर पल्ला झाड़ने की कोशिश की कि वीडियो पुराना हो सकता है और अब तक थाने में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। हालांकि, पूर्व में भी गोलीबारी या मारपीट के वीडियो सामने आने पर पुलिस ने स्वतः संज्ञान लेकर कार्रवाई की थी, लेकिन इस मामले में शिकायत का इंतजार करना पुलिस की निष्क्रियता को दर्शाता है।
मामला गरमाने के बाद, एसएसपी धर्मवीर सिंह ने संज्ञान लेते हुए एएसपी जयराज कुबेर और एसडीओपी डबरा को तुरंत जांच के निर्देश दिए हैं। जांच में यह पुष्टि हो गई है कि वीडियो गिजौर्रा क्षेत्र का ही है। एसडीओपी डबरा को पीड़ितों से मिलने उनके घर भेजा गया। पता चला है कि घटना के बाद दोनों पीड़ित (राजेंद्र और नरेश यादव) खेत पर काम करने गए थे। पुलिस का कहना है कि अब दोनों पीड़ितों से बात करने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।