वित्त मंत्रालय की अक्टूबर माह की आर्थिक समीक्षा बताती है कि भारत की मैक्रोइकॉनॉमिक्स स्थिति मजबूत है। खुदरा महंगाई 0.25% के रिकॉर्ड निचले स्तर पर है, जीएसटी संग्रह बढ़ा है, और कॉर्पोरेट सेक्टर मजबूत है।
By: Ajay Tiwari
Nov 27, 20253:34 PM
बिजनेस डेस्क. नई दिल्ली. स्टार समाचार वेब
वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग द्वारा जारी अक्टूबर माह की मासिक आर्थिक समीक्षा के अनुसार, भारतीय अर्थव्यवस्था एक मजबूत और सकारात्मक मैक्रोइकॉनॉमिक्स पथ पर टिकी हुई है। महंगाई में नरमी, घरेलू मांग में निरंतर सुधार और नीतिगत हस्तांतरण में वृद्धि ने स्थिर और टिकाऊ विकास को बनाए रखा है। जीएसटी सुधारों के सकारात्मक प्रभाव अब उपभोग संकेतकों में विस्तार और शहरी व ग्रामीण दोनों मांगों में समर्थन के रूप में दिखाई दे रहे हैं, जिसके परिणामस्वरूप अप्रैल-अक्टूबर 2025 में जीएसटी संग्रह में 9% की वृद्धि दर्ज की गई।
आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर 2025 में खुदरा महंगाई घटकर ऐतिहासिक रूप से 0.25% के निम्न स्तर पर आ गई, जो मुख्य रूप से जीएसटी दरों में कटौती और खाद्य पदार्थों की कीमतों में भारी गिरावट के कारण संभव हुआ। कॉर्पोरेट सेक्टर ने भी मजबूत प्रदर्शन किया; वित्तीय वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही में नेट सेल्स 6.1% और शुद्ध लाभ (PAT) 12.3% उछला, जिससे कॉर्पोरेट बैलेंस शीट सुदृढ़ हुई हैं।
अन्य सकारात्मक संकेतकों में