सतना जिले के मझगवां जनपद के केल्हौरा गांव में एकमात्र कुआं धंसने के कारण 150 लोगों की आबादी पेयजल संकट से जूझ रही है। प्रशासनिक अनदेखी और बारिश के पानी से कुएं का जल दूषित हो चुका है, ग्रामीण दो किलोमीटर दूर से पानी लाने को मजबूर हैं।
By: Star News
हाइलाइट्स
मझगवां, स्टार समाचार वेब
मझगवां जनपद मुख्यालय के केल्हौरा गांव में एक कुआँ का ऊपरी हिस्सा गिर जाने से ग्रामीणों के लिए मुसीबत का सबब बन गया है। 30 घर की आबादी वाले केल्हौरा के डग्गी टोला मे रह रहे 150 लोगो की आबादी के लिए यह कुआँ पेयजल का एक मात्र सहारा था। गांव वाले बताते है 20 साल से हम इसी कुआँ का पानी पीते आ रहे है, जो ना कभी दूषित हुआ और ना ही गर्मियों मे कभी सूखा, लेकिन पिछले महीने कुआँ का ऊपरी हिस्सा धंस कर कुआँ मे ही समा गया जिसके चलते गांव वालों के लिए पीने योग्य पानी का संकट उत्पन्न हो गया है।
सरपंच-सचिव नहीं सुन रहे
कुआं का बाहरी हिस्सा गिरने की जानकारी सरपंच सचिव को दी गई, लेकिन एक माह से भी ज्यादा समय हो जाने के बाद भी ध्यान नहीं दिया गया। अब बारिश का दूषित पानी भी कुआं में पहुंच गया है, जिससे पुरे कुआं का पानी ही दूषित हो गया है। गांव के लोगो को पीने योग्य पानी के लिए दो किलोमीटर दूर झिन्नी मे जाना पड़ता है, जिसके चलते काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। गांव वालों की मांग है कुआँ की जल्द मरम्मत कराई जाये ताकि पानी के लिए लोगो को जंगल की तरफ भटकना ना पड़े।
गांव के राममन यादव का कहना है कि कुआं का पानी पहले पीने योग्य था, लेकिन अब ऊपरी हिस्सा गिर जाने से पानी दूषित हो गया है। इस वजह से, उन्हें अपने दैनिक कार्यों के लिए पानी की व्यवस्था के लिए काफी दूर तक भटकना पड़ रहा है।