मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मध्य प्रदेश में विश्वस्तरीय शिक्षा के लिए टास्क फोर्स के गठन का निर्देश दिया। ASU, पर्ड्यू और एशिया यूनिवर्सिटी से अध्ययन केंद्र स्थापित करने के लिए संवाद तेज है, जिससे स्थानीय विद्यार्थियों को अंतर्राष्ट्रीय पाठ्यक्रम और शोध के अवसर मिलेंगे।
By: Ajay Tiwari
Dec 11, 20253:55 PM
भोपाल. स्टार समाचार वेब
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मध्य प्रदेश के विद्यार्थियों को स्थानीय स्तर पर अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा गुणवत्ता और विश्वस्तरीय अकादमिक वातावरण उपलब्ध कराने के लिए समन्वित प्रयास करने पर जोर दिया है। राज्य सरकार ने उच्च शिक्षा के इच्छुक विद्यार्थियों की विदेश जाकर अध्ययन करने की आवश्यकता को कम करने और प्रदेश को वैश्विक शिक्षा मानचित्र पर नई पहचान दिलाने की दिशा में निर्णायक कदम बढ़ा दिए हैं।
इस महत्वाकांक्षी लक्ष्य को साधने के लिए, राज्य सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालयों के अध्ययन केन्द्रों की स्थापना हेतु एक विशेष टास्क फोर्स गठित करने का निर्णय लिया है, जिसके आदेश शीघ्र ही जारी किए जाएंगे। इस टास्क फोर्स का नेतृत्व प्रो. संतोष विश्वकर्मा को अध्यक्ष के रूप में नामांकित किया जा रहा है। यह टास्क फोर्स विदेशी विश्वविद्यालयों के साथ होने वाले करार (समझौते) की प्रक्रिया को गति देगी और सभी तकनीकी, शैक्षणिक और कानूनी पहलुओं का अध्ययन करेगी।
अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान (AGGPA) के अधिकारियों के अनुसार, इस संबंध में तेजी से प्रगति हो रही है। संयुक्त राज्य अमेरिका के दो विश्व विख्यात संस्थान—एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी (Arizona State University - ASU) और पर्ड्यू यूनिवर्सिटी (Purdue University), तथा ताईवान की प्रतिष्ठित एशिया यूनिवर्सिटी (Asia University)—से मध्य प्रदेश में अपने अध्ययन केन्द्र स्थापित करने के लिए सक्रियता से संवाद चल रहा है। ये सभी संस्थान उच्च स्तरीय शिक्षा, शोध एवं नवाचार के क्षेत्र में वैश्विक पहचान रखते हैं।
इन प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों के अध्ययन केन्द्र खुलने से प्रदेश की उच्च शिक्षा की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार होगा। विद्यार्थियों को इंजीनियरिंग, एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस), डेटा साइंस, हेल्थ केयर साईंस, मैनेजमेंट और नए तकनीकी क्षेत्रों में अंतर्राष्ट्रीय पाठ्यक्रम उपलब्ध हो सकेंगे। इसके अतिरिक्त, स्थानीय उद्योगों, स्टार्टअप्स और इनोवेशन इकोसिस्टम को भी उच्च स्तरीय विशेषज्ञता और संयुक्त शोध कार्यक्रमों (ज्वाइंट रिसर्च प्रोग्राम्स) का सीधा लाभ मिलेगा।
राज्य सरकार की मंशा है कि अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालयों से वार्ताएं सफल होने पर मध्य प्रदेश उच्च शिक्षा के क्षेत्र में देश का सबसे आकर्षक एवं आइडियल डेस्टिनेशन बनेगा, जहां वैश्विक शैक्षिक-तंत्र प्रदेश की प्रतिभाओं को नए अवसर और नई दिशाएं प्रदान करेगा। AGGPA वर्तमान में सेमीकंडक्टर्स, क्वांटम टेक्नोलॉजी, एग्री-टेक और अन्य नवोन्मेषी क्षेत्रों में राज्य के तीव्र विकास के लिए आवश्यक रणनीतिक पहलों पर भी काम कर रहा है।