घर का मुख्य द्वार ही सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश बिंदु होता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, उत्तर-पूर्व दिशा सबसे शुभ मानी जाती है। जानें, मेन गेट पर क्या नहीं रखना चाहिए, कैसे नेम प्लेट लगाएं और दहलीज का क्या महत्व है। ये आसान वास्तु टिप्स आपके परिवार में स्वास्थ्य और समृद्धि बढ़ा सकते हैं।
By: Ajay Tiwari
Nov 28, 20254:16 PM
फीचर डेस्क. स्टार समाचार वेब
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर का निर्माण जीवन में एक बार होता है, इसलिए हर कोने को नियमों के अनुसार बनाना परिवार के लिए कल्याणकारी होता है। विशेष रूप से मुख्य द्वार (Main Door) को घर की ऊर्जा का प्रवेश द्वार माना जाता है। यहीं से सकारात्मक या नकारात्मक ऊर्जाएं घर में प्रवेश करती हैं। अगर मुख्य द्वार सही दिशा में हो और वास्तु नियमों का पालन किया जाए, तो परिवार में खुशहाली, अच्छा स्वास्थ्य और समृद्धि आती है। वास्तु के अनुसार, मुख्य द्वार के लिए उत्तर-पूर्व (ईशान कोण) दिशा को सबसे अधिक शुभ माना जाता है। इसके अतिरिक्त, दक्षिण-पूर्व दिशा भी अनुकूल फल देती है। हालांकि, दक्षिण और दक्षिण-पश्चिम दिशाओं में मुख्य द्वार बनवाने से पूरी तरह बचना चाहिए, क्योंकि ये दिशाएं नकारात्मक ऊर्जा के प्रभाव को बढ़ा सकती हैं।
सकारात्मक ऊर्जा के निर्बाध प्रवाह के लिए मुख्य द्वार के आसपास हमेशा साफ-सफाई बनी रहनी चाहिए। गंदगी सकारात्मक ऊर्जा के प्रवेश को रोकती है। मुख्य दरवाजे पर नेम प्लेट लगाना अत्यंत शुभ माना जाता है, क्योंकि यह धन और अवसर को आकर्षित करती है, लेकिन इस पर कभी भी धूल नहीं जमनी चाहिए। दरवाजे के डिजाइन की बात करें तो दो पल्लों वाला दरवाजा अधिक शुभ माना जाता है, क्योंकि यह सकारात्मकता को आसानी से अंदर आने देता है। एक और महत्वपूर्ण नियम यह है कि दरवाजा हमेशा अंदर की ओर खुलना चाहिए। यह प्रगति और घर में लक्ष्मी के स्वागत का प्रतीक माना जाता है।
वास्तु शास्त्र सख्ती से यह सलाह देता है कि मेन गेट के आस-पास कुछ चीजें नहीं रखनी चाहिए, क्योंकि वे नकारात्मकता को बढ़ाती हैं और घर में अशांति ला सकती हैं। इनमें जूते-चप्पल (शू रैक), कूड़ेदान या झाड़ू शामिल हैं। इन वस्तुओं को मुख्य द्वार से दूर एक उचित स्थान पर रखना चाहिए। इन चीजों की उपस्थिति घर की दहलीज पर ही सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह को दूषित कर सकती है।
घर के मुख्य द्वार पर सकारात्मक ऊर्जा और देवी लक्ष्मी का वास बनाए रखने के लिए कुछ सरल उपाय किए जा सकते हैं। शाम के समय मुख्य द्वार पर घी का दीपक जलाना बहुत शुभ माना जाता है। दरवाजे पर स्वस्तिक या ॐ का चिन्ह बनाना भी सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है। इसके अलावा, दहलीज (Threshold) बनवाना नकारात्मक ऊर्जा को घर में प्रवेश करने से रोकने का एक प्राचीन और प्रभावी उपाय माना गया है। मुख्य द्वार के पास तुलसी का पौधा रखना भी अत्यंत शुभ होता है और यह सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है।