सेमरिया विधायक अभय मिश्रा के फार्महाउस में कर्मचारी के साथ मारपीट का आरोप सामने आया है। एफआईआर की मांग को लेकर पूर्व विधायक केपी त्रिपाठी ने समर्थकों संग थाने का घेराव किया, पुलिस से झूमाझटकी हुई। कांग्रेस विधायक ने लगाए भाजपा पर साजिश के आरोप।
By: Star News
Jul 26, 20254 hours ago
हाइलाइट्स
रीवा, स्टार समाचार वेब
सेमरिया से कांग्रेस विधायक अभय मिश्रा के फार्म हाऊस में कर्मचारी के साथ हुई मारपीट को लेकर चोरहटा थाना में जमकर हंगामा हुआ। सत्ता पक्ष के पूर्व विधायक केपी त्रिपाठी शुक्रवार की शाम समर्थकों के साथ चोरहटा थाना पहुंच गये। एफआईआर की मांग को लेकर जमकर हंगामा मचाया। पुलिस के साथ झूमाझटकी हुई। जिसके बाद पुलिस अधिकारी समेत आसपास के थाना से पुलिस बल मौके पर पहुंचा गया। देर रात तक हंगामा जारी रहा।
बताया गया कि भलुहा निवासी अभिषेक मिश्रा चोरहटा थाना क्षेत्र के तिघरा में स्थित कांग्रेस विधायक अभय मिश्रा के फार्म हाऊस में काम करता था। गत तीन माह से उसका वेतन नहीं मिला था। आरोप है कि गुरुवार की रात उसने वेतन मांगा तो विधायक ने उसके साथ मारपीट की। इतना ही नहीं उनके कहने पर ही अन्य कर्मचारियों ने बंधक बना कर उसे करीब तीन घंटे तक पीटा। इसके बाद जान से मारने की धमकी देते हुये फार्म हाऊस से भगा दिया। कर्मचारी के शरीर में डंडों के निशान साफ नजर आ रहे थे। लिहाजा वह अपने वृद्ध माता-पिता के साथ चोरहटा थाना पहुंचा। लेकिन उसकी एफआईआर नहीं दर्ज की गई। बल्कि एक सादे कागज में आवेदन ले लिया गया। ऐसे में पीड़ित पक्ष ने सत्ता पक्ष के पूर्व विधायक केपी त्रिपाठी से संपर्क किया। लिहाजा शुक्रवार की शाम वह अपने समर्थकों के साथ चोरहटा थाना पहुंच गये। यहां उन्होंने पुलिस से एफआईआर दर्ज करने की मांग की, लेकिन पुलिस मेडिकल करा कर आगे की कार्रवाई करने में अड़ी रही। ऐसे में थाना परिसर में विधायक के समर्थकों ने हंगामा खड़ा कर दिया। जानकारी होते ही सीएसपी रितु उपाध्याय पहुंची, जिनके साथ पूर्व विधायक की हाट टॉक हुई। नौबत झूमाझटकी तक पहुंच गई। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने हस्ताक्षेप कर विवाद को शांत कराया।
भाजपा मुझे बदनाम करने का प्रयास कर रही है
उक्त घटना को लेकर कांग्रेस विधायक अभय मिश्रा ने अपना पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि भाजपा वाले मुझे बदनाम करने का प्रयास कर रही है। मैं अभी सिंगापुर से लौटा हूं। जिस व्यक्ति ने मेरे ऊपर मारपीट का आरोप लगाया है, वह शराब का आदी है। एक कर्मचारी से विवाद तक किया है और उसकी उंगली काट खाया है। जिसकी शिकायत सिविल लाइन थाना में दर्ज कराई गई है।
एसपी-एएसपी पहुंचे थाना
इधर घटना की जानकारी होते ही पहले एएसपी आरती सिंह चोरहटा थाना पहुंच गर्इं। इसके साथ ही लॉ एण्ड आर्डर की स्थिति को देखते हुये आसपास के थानों का पुलिस बल भी बुलाया गया। लेकिन जब इसके बाद भी बात नहीं बनी तो देर रात एसपी विवेक सिंह को चोरहटा थाना पहुंचना पड़ा। एसपी ने पूर्व विधायक से बात कर उन्हें शांत कराया।
गंभीर धाराओं में प्रकरण दर्ज करने की मांग
इधर हंगामा बढ़ते देख चोरहटा पुलिस ने मारपीट की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कर लिया है। लेकिन पूर्व विधायक केपी त्रिपाठी का कहना है कि पुलिस कांग्रेस विधायक के दबाव में आकर नार्मल धाराएं लगाई है, जबकि कर्मचारी के साथ जिस तरह से मारपीट की गई है, उसमें हत्या के प्रयास समेत अपहरण की धारा लगानी चाहिये। यही वजह है कि धाराओं को बढ़ाने की मांग को लेकर पूर्व विधायक समेत उनके समर्थक देर रात तक थाना में बैठे रहे।
हाथ जोड़ती रही पुलिस
थाना में शुरू हुआ हंगामा विकराल रूप धारण करने लगा था। ऐसे में थाना प्रभारी आशीष मिश्रा समेत अन्य पुलिसकर्मियों ने पूर्व विधायक केपी त्रिपाठी के सामने हाथ जोड़ना शुरू कर दिये। करीब 15 मिनट तक पुलिसकर्मी हाथ जोड़े उनके सामने खड़े रहे और शांत रहने की मिन्नत करते रहे।