लॉस एंजिल्स ओलंपिक 2028 में क्रिकेट के लिए ICC ने नया क्वालिफिकेशन ढांचा तय किया है। महाद्वीपीय प्रतिनिधित्व के कारण एशिया से सिर्फ एक टीम (संभवतः भारत) को सीधा प्रवेश मिलेगा, जिससे पाकिस्तान का ओलंपिक में खेलना लगभग नामुमकिन हो गया है। जानें क्या है नया नियम और किन टीमों को मिल सकता है मौका।
By: Ajay Tiwari
Nov 09, 20255:55 PM
हाइलाइट्स
स्पोर्ट्स डेस्क. नई दिल्ली, स्टार समाचार वेब
लॉस एंजिलिस में 2028 में होने वाले ओलंपिक खेलों में क्रिकेट की वापसी एक रोमांचक खबर थी, लेकिन भारत और पाकिस्तान के बीच संभावित मुकाबले के प्रशंसकों के लिए एक निराशाजनक अपडेट आया है। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) द्वारा निर्धारित नए क्वालिफिकेशन नियमों ने इस बहुप्रतीक्षित भिड़ंत पर पानी फेर दिया है, जिससे पाकिस्तान का ओलंपिक में स्थान बनाना बेहद मुश्किल हो गया है।
दुबई में हुई हालिया बोर्ड मीटिंग में, आईसीसी ने स्पष्ट किया कि पुरुष और महिला दोनों टी20 क्रिकेट टूर्नामेंट में केवल छह-छह टीमें हिस्सा लेंगी। सबसे बड़ा बदलाव यह है कि टीमों का चयन आईसीसी टी20 रैंकिंग के आधार पर नहीं होगा। इसके बजाय, प्रत्येक महाद्वीप (एशिया, यूरोप, अफ्रीका, ओशिनिया, और अमेरिका) से सिर्फ एक-एक टीम को सीधा प्रवेश मिलेगा। छठी और अंतिम टीम का निर्धारण ग्लोबल क्वालिफायर टूर्नामेंट के माध्यम से किया जाएगा
इस नए महाद्वीपीय कोटा नियम का सबसे बड़ा असर एशिया पर पड़ रहा है। एशिया महाद्वीप से केवल एक टीम को ओलंपिक का सीधा टिकट मिलेगा। मौजूदा स्थिति में, भारतीय टीम टी20 रैंकिंग में नंबर एक पर है और इसलिए एशिया की प्रतिनिधि के तौर पर उसकी जगह लगभग पक्की मानी जा रही है।
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महाद्वीप |
संभावित टीम |
| एशिया | भारत |
| ओशिनिया | ऑस्ट्रेलिया |
| यूरोप | इंग्लैंड |
| अफ्रीका | दक्षिण अफ्रीका |
| अमेरिका (मेजबान) | संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) |
| ग्लोबल क्वालिफायर | एक अन्य टीम (संभवतः वेस्टइंडीज या पाकिस्तान) |
क्रिकेट के लिए यह एक ऐतिहासिक कदम है, क्योंकि यह पहली बार होगा जब यह खेल इतने बड़े बहु-खेल आयोजन का हिस्सा बनेगा। आईसीसी की रिपोर्ट के अनुसार, लॉस एंजिलिस 2028 ओलंपिक में 12 जुलाई से पुरुषों और महिलाओं के टी20 टूर्नामेंट होंगे, जिनमें कुल 28 मैच खेले जाएंगे।
पाकिस्तान के लिए यह चुनौती इसलिए भी कठिन है क्योंकि, टी20 फॉर्मेट की एक समय की दिग्गज टीम होने के बावजूद, वह फिलहाल न तो शीर्ष तीन रैंकिंग में शामिल है और न ही महाद्वीपीय प्रतिनिधित्व के लिए स्वचालित रूप से योग्य। उनकी पूरी उम्मीद अब ग्लोबल क्वालिफायर में असाधारण प्रदर्शन पर टिकी है।