जानिए 4 दिसंबर 2025 का संपूर्ण पंचांग। तिथि चतुर्थी, नक्षत्र श्रवण, राहु काल और भद्रा का समय। आज का शुभ मुहूर्त, सूर्योदय और विनायक चतुर्थी व्रत की जानकारी हिंदी में।
By: Ajay Tiwari
Dec 04, 20251:27 AM
प्रत्येक दिन का पंचांग हिंदू काल गणना के पाँच मुख्य अंगों - तिथि (तिथि), वार (दिन), नक्षत्र (तारामंडल), योग (शुभ-अशुभ काल) और करण (तिथि का आधा भाग) का सटीक विवरण देता है। 4 दिसंबर 2025, गुरुवार के दिन, मार्गशीर्ष (अगहन) मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि है। यह दिन शुभ कार्यों और भगवान गणेश की उपासना के लिए अत्यंत उत्तम है। आइए इस दिन के महत्वपूर्ण ज्योतिषीय विवरणों पर एक नज़र डालते हैं।
| विवरण | जानकारी |
| दिनांक | 4 दिसंबर 2025 |
| दिन | गुरुवार (Thursday) |
| विक्रम संवत | 2082 |
| शक संवत | 1947 |
| मास (महीना) | मार्गशीर्ष (अगहन) |
| पक्ष | शुक्ल पक्ष |
| तिथि | चतुर्थी (रात 10:14 बजे तक, उसके बाद पंचमी) |
| नक्षत्र | उत्तराषाढ़ा (सुबह 08:31 बजे तक, उसके बाद श्रवण) |
| योग | गंड (सुबह 08:08 बजे तक, उसके बाद वृद्धि) |
| करण | वणिज (सुबह 11:21 बजे तक), विष्टि/भद्रा (रात 10:14 बजे तक) |
| सूर्य राशि | वृश्चिक |
| चंद्र राशि | मकर |
| व्रत/त्योहार | विनायक चतुर्थी व्रत |
सूर्योदय: सुबह 06:58 बजे
सूर्यास्त: शाम 05:25 बजे
चन्द्रोदय: सुबह 10:25 बजे
चन्द्रास्त: रात 09:21 बजे
ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 05:10 बजे से 06:04 बजे तक
अभिजित मुहूर्त: दोपहर 11:51 बजे से 12:33 बजे तक
अमृत काल: रात 02:40 बजे (5 दिसंबर) से 04:15 बजे (5 दिसंबर) तक
राहु काल: दोपहर 01:31 बजे से 02:50 बजे तक (इस दौरान शुभ कार्य वर्जित होते हैं)
यमगंड: सुबह 06:58 बजे से 08:17 बजे तक
गुलिक काल: सुबह 09:35 बजे से 10:54 बजे तक
भद्रा: सुबह 11:21 बजे से रात 10:14 बजे तक (भद्रा के दौरान भी शुभ कार्य शुरू नहीं किए जाते)