रीवा जिले के मझिगवां में प्रशासन और खाद्य आपूर्ति विभाग की संयुक्त कार्रवाई में एक व्यापारी के दुकान और घर से 2200 बोरियां धान व कोदौ जब्त की गईं। बिना जमीन और लाइसेंस के अवैध भंडारण कर उपार्जन केंद्रों में बेचने की तैयारी का खुलासा हुआ है।
By: Star News
Dec 15, 20253:59 PM
हाइलाइट्स:
रीवा, स्टार समाचार वेब
जिला प्रशासन और खाद्य आपूर्ति विभाग ने बैकुंठपुर वृत्त के मझिगवां में एक व्यापारी की दुकान पर रेड मारी। दुकान में पहले सिर्फ 500 बोरी धान ही मिली। इसके बाद जब एसडीएम की टीम पहुंची और घर की तलाशी ली गई तो उनके होश उड़ गए। खेती के नाम पर जमीन नहीं थी लेकिन पूरा दुकान, आंगन और घर का हर कमरा बोरियों से भरा था। प्रशासन ने 2200 बोरियां जब्त की। प्रकरण बनाया गया है।
किसानों की मेहनत को व्यापारी औने पौने दामों में खरीद कर मुनाफा कमाते हैं। सरकार भले ही किसानों को लेकर कितनी भी योजनाएं बनाए और वाहवाही लूटे लेकिन सारे दावे खोखले ही नजर आते हैं। छोटे किसानों को यही व्यापारी लूट लेते हैं। बड़े व्यापारी समर्थन मूल्य पर सरकार को धान बेच पाते हैं। शासन की इन्हीं खामियों का फायदा उठाकर एक व्यापारी ने छोटे-छोटे किसानों से धान और कोदौ खरीद कर घर, दुकान में अवैध भंडारण किया हुआ था। इसकी शिकायत एसडीएम सिरमौर तक पहुंची। उनके निर्देश पर नायब तहसीलदार बिंदू तिवारी और कनिष्ठ खाद्य आपूर्ति अधिकारी विनीत मिश्रा ने मझिगवां मंडी स्टैंड के पास महेन्द्र गुप्ता की दुकान पर रेड मारी। मौके पर करीब 500 बोरी धान मिली। इसके बाद एसडीएम के निर्देश पर और अधिकारी पहुंच गए। सभी ने घर की तलाशी लेनी चाही। दुकानदार ने विरोध किया लेकिन सख्ती के बाद जब टीम दुकान और घर के अंदर पहुंची तो उनकी आंखे फटी रह गई। पूरा घर धान और कोदौ की बोरियों से भरा हुआ था। एक कमरा तक खाली नहीं था। मौके पर करीब 2200 बोरियां मिली हैं। इन सभी बोरियों को जब्त कर लिया गया है। समिति के सुपुर्द किया गया है। दुकानदार के खिलाफ भी प्रकरण बनाया गया है।
1238 धान और 967 बोरी कोदौ के जब्त किए गए
मझिगवां में हुई कार्रवाई के दौरान जांच टीम को मौके से 1238 बोरे धान के मिले। इसी तरह 967 बोरे कोदौ के जब्त किए गए हैं। जांच में पाया गया कि धान और कोदौ को व्यापारी उपार्जन केन्द्रों में बेचने के लिए जुटा रखा था। इस कार्रवाई ने पूरे जिला में हड़कंप मचा दिया है।
जमीन नहीं थी, लाइसेंस भी नहीं मिला
व्यापारी से जब अधिकारियों ने पूछा कि इतनी धान कहा से लाए तो वह बोला किसानों की है। जब पूछा गया कि कितनी जमीन है तो व्यापारी ने बोला उसके पास जमीन नहीं है। यह किसानों से खरीद कर लाया गया है। लाइसेंस मांगने पर उपलब्ध नहीं करा पाया। पूरा घर धान और कोदौं की बोरियों से भरा हुआ मिला। शुक्रवार की शाम से शुरू हुई कार्रवाई देर रात तक जारी रही।