सतना में कृषि यांत्रिकी कार्यालय में खाद के टोकन वितरण के दौरान भारी अव्यवस्था देखने को मिली। करीब एक हजार से अधिक टोकन बांटे जाने के बावजूद कई किसान खाली हाथ लौट गए। महिलाएं रातभर जागरण के बाद भी निराश दिखीं। भीड़ को संभालने में पुलिस व प्रशासन को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
By: Yogesh Patel
हाइलाइट्स:
सतना, स्टार समाचार वेब
बुधवार को कृषि यांत्रिकी कार्यालय में किसानों को खाद के टोकन वितरित किए। अवकाश के बावजूद खाद का टोकन पाने किसानों की ऐसी भीड़ उमड़ी कि लगभग एक हजार से ज्यादा टोकन वितरित किए जाने के बावजूद कई किसानों को मायूस होकर लौटना पड़ा, उन्हें टोकन नहीं मिल पाया। कुछ किसानों का आरोप था कि जब तक उनका नम्बर आया तब तक टोकन ही खत्म हो गए। नगरीय शासन का दावा है कि सभी किसानों का टोकन दिया गया जितने लोगों को टोकन दिया गया है। उतने किसानों के वितरण के लिए लगभग 1235 एमटी खाद बुधवार सतना आ भी गई है।
रतजगा के बाद टोकन की लाइन में महिलाएं
एक दिन पहले तीज का व्रत रखने और रात भर जागरण करने के बाद भी बड़ी संख्या में महिलाएं भी कृषि यांत्रिकी कार्यालय पहुंची जहां वे खाद के लिए टोकन पाने की लाइन में लगी रहीं। टोकन के लिए महिला और पुरुष दो लाइनेें लगवाई गर्इं थीं।
किसी को मिला किसी को नहीं
एक दिन पहले व्रत रहने और रात भर जागरण करने के बाद बुधवार को सुबह से टोकन के लिए कृषि अभियांत्रिकी कार्यालय में पहुंची महिलाएं सबसे ज्यादा गुस्से में नजर आर्इं। उनका आरोप था कि वे सुबह से ही लाइन में लगी हैं लेकिन कई महिलाओं को तो खाद दी गई लेकिन जब तक उनका नम्बर आया तब तक टोकन खत्म हो गया। वर्ती छिबौरा निवासी रीना सिंह, गढवा खुर्द गोरइया निवासी सरोज सिंह एवं खोहर निवासी पुष्पलता सिंह ने आरोप लगाया कि किसी को खाद के लिए टोकन मिला तो किसी को नहीं।
भड़के किसान
टोकन वितरण के दौरान दोपहर 11 से 12 बजे के करीब कुछ किसान टोकन न मिलने से भड़क उठे। दरअसल, लाइन में लगे किसानों को बताया गया कि टोकन समाप्त हो गया है। ऐसे में नाराज किसानों ने हंगामा खड़ा कर दिया। शिवपुरवा निवासी किसान साकेत रामाश्रय ने बताया कि वह सुबह से बिना खाए- पिए लाइन में लगा था। जब तक उसका नम्बर आया तब तक टोकन समाप्त होने की सूचना दी गई। उन्होंने बताया कि टोकन पाने की लाइन में कई लोग सुबह से लगे थे। इस लाइन में वृद्ध, दिव्यांग सभी थे।
नागौद व रामपुर से भी आए लोग
खाद के लिए टोकन वितरण किए जाने की सूचना पूर्व में किसानों को दी गई थी, हालांकि इस बीच राज्य सरकार द्वारा गणेश चतुर्थी का अवकाश घोषित कर दिया गया जिससे यह उम्मीद लगाई जा रही थी कि त्यौहार के कारण किसान शायद टोकन लेने कम आएं लेकिन प्रशासन की उम्मीद के विपरीत बड़ी तादाद में किसान टोकन लेने पहुंच गए। जो किसान टोकन लेने पहुंचे उनमें ज्यादातर नागौद व रामपुर बाघेलान के थे। किसानों की भीड़ को देखकर व्यवस्था बनाने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। सभी किसानों को व्यवस्थित तरीके से टोकन मिल जाए इसके लिए एसडीएम राहुल सिलाड़िया ने स्वयं मोर्चा सम्हाल रखा था। इस बीच जिला प्रबंधक मार्फेड नेहा तिवारी ने बताया कि जितने लोगों को टोकन दिया गया है उतने लोगों को वितरित करने के लिए खाद आ गई है।