सतना जिले में मौसम का मिजाज तेजी से बदला है। घना कोहरा, गलन भरी ठंड और तापमान में गिरावट से जनजीवन प्रभावित हुआ है। दृश्यता घटी, ट्रेनें देरी से चलीं, जबकि फसलों के लिए मौसम अनुकूल माना जा रहा है।
By: Star News
Dec 15, 20253:00 PM
हाइलाइट्स:
सतना, स्टार समाचार वेब
जिले में मौसम का मिजाज लगातार बदल रहा है और पिछले दो-तीन दिनों से ठंड में हो रही क्रमिक बढ़ोतरी आने वाले 48 घंटों में और तेज हो सकती है। उत्तर भारत से आ रही सर्द हवाओं और कश्मीर की बर्फबारी के चलते रविवार की सुबह मौसम का मिजाज बदला हुआ दिखाई दिया। यह कोहरा सर्दी की सीजन का पहला कोहरा रहा। जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में गलन के साथ कोहरा भी देखने को मिला। कोहरे के कारण दृश्यता में भी कमी देखने को मिली। दिन भर कोहरा एवं धुंध के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त रहा। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक बीते 48 घंटे में दिन के अधिकतम तापमान में तीन डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई जबकि रात का तापमान 9 डिग्री के आसपास स्थिर है। रविवार को दिन का अधिकतम तापमान 24.2 डिग्री वहीं न्यूनतम तापमान 9.6 डिग्री दर्ज किया गया।
सड़कों पर पसरा रहा सन्नाटा
बताया गया कि शनिवार की रात से मौसम में ठण्ड और गलन के साथ कोहरे जैसी स्थितियां बन रही थी, रविवार की सुबह इस कोहरे ने बृहद रूप ले लिया। शहर से लेकर गांव तक घने कोहरे की परत देखने को मिली। गलन भरी ठण्ड और कोहरे के कारण रविवार को सड़कों पर सन्नाटा पसरा दिखाई दिया। धुंध और कोहरे के चलते दृश्यता भी कम दिखाई दी। सुबह-सुबह घने कोहरे के बीच सड़कों से हाइवों तक वाहन लाइटें जलाकर चलते दिखे वहीं सड़कों पर लोग गर्म कड़े पहने हुए दिखे। रविवार की सुबह कोहरे की दस्तक के बीच सूर्यदेव ने भी दस्तक दी लेकिन धुंध और घने कोहरे के कारण धूप का तनिक भी अहसास नहीं हुआ। हालांकि दिन के समय निकली हल्की धूप से कुछ राहत मिली ही थी कि शाम से फिर हवाओं का रुख बदल गया और धुंध ने जिले को फिर ढक लिया। मौसम विभाग के अनुसार आगामी दिनों में गलन भरी ठण्ड बढ़ेगी। अभी मौसम साफ होने कि उम्मीद कम है। कोहरे के कारण सुबह के समय दृश्यता शून्य तक पहुंच सकती है, जिसके कारण सड़क, रेल और हवाई सेवाओं पर प्रभाव पड़ सकता है। दिन बढ़ने के बाद भी धुंध के पूरी तरह से साफ होने की उम्मीद नहीं है, ठंड का असर और तेज महसूस होगा।
फसलों के लिए अनुकूल
बताया गया कि बढ़ती ठण्ड इस सीजन की फसलों के लिए अनुकूल है। वर्तमान में आलू, मटर, दलहन और अगहनी फसलों के लिए जितनी ज्यादा ठण्ड बढ़ेगी उतना ही अच्छा उत्पादन होगा। किसान भी सर्दी बढ़ने का इंतजार कर रहे हैं ताकि गेंहू की फसल अच्छी हो। इस मौसम में ज्यादा पानी गिरने के कारण ही फसलों को नुकशान होता है।
धीमी हुई ट्रेनों की रफ्तार: दानापुर स्पेशल ने कराया 9 घंटे का इतंजार
घने कोहरे ने अपनी आमद दे दी है। रविवार की सुबह पड़े घने कोहरे की वजह से सड़क हो या ट्रैक, दृश्यता घटी रही। आनंद विहार से रीवा आने वाली दिल्ली सुपरफास्ट अपने निर्धारित समय से पौने दो घंटे की देरी से जंक्शन पर पहुंची। वहीं इसके अलावा अन्य गाड़ियों की चाल भी प्रभावित हुई। स्पेशल ट्रेनें एक तो पहले ही अपने प्रारम्भिक स्टेशन से देरी से चल रही हैं ऊपर से अब कोहरे के कोहासे ने इनकी चाल को और बिगाड़ दिया है। 03246 एसएमव्हीव्ही -दानापुर स्पेशल अपने निर्धारित समय से 9 घंटे की देरी से स्टेशन पर पहुंची। वहीं 09046 पटना- उधना स्पेशल 19 घंटे की देरी के बाद भी जंक्शन पर नहीं पहुंची। बताया गया कि 06212 दरभंगा-मैसूर स्पेशल अपने प्रारम्भिक स्टेशन दरभंगा से साढे 15 घंटे की देरी से रवाना हुई थी जो 23 घंटे की देरी से आई। इसके साथ ही आधा दर्जन ट्रेनों का परिचालन लेट रहा।
ठंड में ठिठुर रहे यात्री
गाड़ियों के लेट परिचालन की वजह से यात्रियों को ठंड के सीजन में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इतना ही नहीं मुसाफिर कड़कड़ाती ठंड में ट्रेनों का स्टेशनों में घंटों इंतजार करते हैं। बताया गया कि गाड़ियों के लेट परिचालन की वजह से कई यात्रियों को अपनी यात्रा जहां निरस्त करनी पड़ती है वहीं दूसरे रूट की कनेक्टिविटी ट्रेन छूटती हैं।