सिंगरौली जिले में शुक्रवार को हुई 12 घंटे की भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। माड़ा क्षेत्र के कई गांव जलमग्न हो गए, मकान गिरे, सड़कें और पुल जलभराव से बंद हो गए। प्रशासन रेस्क्यू और राहत कार्य में जुटा हुआ है।
By: Star News
Jul 26, 20254 hours ago
हाइलाइट्स
सिंगरौली, स्टार समाचार वेब
ऊर्जाधानी में शुक्रवार को 12 घंटे की बारिश ने ऐसी तबाही मचायी की जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया। वहीं माड़ा तहसील व शहरी क्षेत्र मिलाकर आधा दर्जन से अधिक मकान गिर गए। इसके अलावा माड़ा क्षेत्र में आधा दर्जन से अधिक गांव डूब गए। साथ ही कई नदी नाले उफान पर आने से आवागमन प्रतिबंधित हुआ है। मुसलाधार बारिश से एक ओर जहां घरों व दुकानों में पानी घूस गया है वहीं दूसरी ओर जिले में झील सा नजारा देखने को मिल रहा है। इस आपदा का कहर ऐसा रहा कि दिन भर लोग घरों में कैद हो गए। बात करें माड़ा तहसील की तो 10 गांव डूब जाने से लोग सड़क पर आ गए हैं। इसकी जानकारी प्रशासन को मिलने के बाद मौके पर कलेक्टर,एसपी पहुंचे और डूबे हुए गांव के लोगो को सेल्टर होम में शिफ्ट करने की कवायद शुरू करा दी है। वहीं उपखण्उ प्रशासन को एलर्ट मोड पर रहने का निर्देश जारी किया है।
जिले में गुरूवार की देर रात से जारी भारी बारिश का कहर शुक्रवार को दोपहर तक जारी रहा। सबसे अधिक प्रभावित माड़ा इलाके में रात से लेकर सुबह 9 बजे तक लगभग 180 मिलीमीटर बारिश हुई। निचली बस्तियों में पानी भर गया। माड़ा के छतौली गांव,बहरी कला और सासन इलाके के शिव पहड़ी क्षेत्र में जल जमाव की स्थिति बन गई है। माड़ा इलाके के जनपद सदस्या रणधीर सिंह ने बताया कि उनके क्षेत्र में एक दर्जन से अधिक घरों में पानी घूस गया है। वहीं बहेरी गांव में प्रमोद यादव के मकान में जल भराव की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और जेसीबी के माध्यम से जल निकासी की व्यवस्था की गई। पानी शिव पहाड़ी इलाके को बैढ़न जिला मुख्यालय से जोड़ने वाले पुल पर पानी बह रहा है। जिससे सुबह से ही आवागमन बंद है। माड़ा बाजार में पानी भर गया है,जिससे व्यापारी काफी परेशान दिखे। माड़ा थाना प्रभारी शिवपूजन मिश्रा ने बताया कि पुलिस और प्रशासन रात से ही मौके पर है और जल निकासी की व्यवस्था कर हैं। उन्होने कहा कि अभी भी इलाके में बारिश जारी है। जिससे कार्य में कठिनाई हो रही है। लेकिन प्रशासन पूरा प्रयास कर रहा है कि कोई जनहानि न हो और आम लोगो को कम से कम परेशानी का सामना करना पड़े।
माडा क्षेत्र में मात्र 3 घंटे में हुई 180 एमएम वर्षा
पिछले 50 वर्षों की तुलना में 24 जुलाई की अर्धरात्रि पश्चात माड़ा क्षेत्र में रिकॉर्ड तोड़ 180 एमएम वर्षा हुए है। जिसके कारण कई घरों में पानी भरने एवं आवागमन के क्षेत्रों में जल भराव की सूचना प्राप्त हुई थी । तत्काल पश्चात प्रशासन द्वारा राहत एवं बचाव के उपचार उपलब्ध कर दिए गए है । जहां भी जल का भराव था जेसीबी से खोद कर जल भराव को समाप्त किया गया है एवं जिन घरों में क्षति हुए है उनको सहायत राशि उपलब्ध करने हेतु प्रकरण तैयार किए जा रहे हैं । साथ ही ऐसे लोगों को जिनके घर क्षतिग्रस्त हुए है,उनके लिए राहत का कार्य भी प्रारंभ कर दिए गया है।
सिंगरौलिया व काम के बीच स्थित नाला उफान पर
बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई। जिससे सिंगरौलिया, काम तियरा की ओर जाने वाले मार्ग में स्थित नाला उफान पर हो गया। नाले की उफान की वजह से आवागमन बंद रहा। वहीं दुर्घटना से बचाव व ऐतिहातन बरतने पुलिस बल तैनात कर दिया गया।
परसौना-रजमिलान मुख्य मार्ग कई घंटे रहा बाधित
जिले में मुसलाधार तेज बारिश के कारण खुटार बाजार से पहले परसौना रजमिलान मुख्य मार्ग भारी मात्रा में पानी इकठ्ठा हो जाने की वजह से कई घंटे मुख्य मार्ग बंद रहा है। वहीं लोगो को सड़क में पानी भर से जाने से आने-जाने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। सूचना के बाद मौके पर पहुंची खुटार पुलिस ने मुख्य मार्ग का पानी निकलवाने की कवायद शुरू किया। इसके बाद आवागमन प्रारंभ हुआ।