क्षमता की कमी को दूर करने के लिए स्पाइसजेट शीतकालीन सत्र में 100 अतिरिक्त दैनिक उड़ानें शुरू करेगी। इंडिगो की परिचालन बाधाओं के बीच एयरलाइन ने 17 विमानों को बेड़े में शामिल किया है।
By: Ajay Tiwari
Dec 10, 20254:29 PM
देश की प्रमुख घरेलू विमानन कंपनी स्पाइसजेट (SpiceJet) इस शीतकालीन सत्र में अपने परिचालन का महत्वपूर्ण विस्तार करने की तैयारी में है। मौजूदा विमानन बाजार में क्षमता की कमी को देखते हुए, कंपनी ने 100 अतिरिक्त दैनिक उड़ानें शुरू करने की योजना की घोषणा की है।
स्पाइसजेट का यह विस्तार ऐसे समय में आया है जब प्रतिद्वंद्वी एयरलाइन इंडिगो (IndiGo) परिचालन संबंधी बाधाओं का सामना कर रही है। उद्योग विश्लेषकों का मानना है कि इंडिगो में चल रही समस्याओं के बीच स्पाइसजेट द्वारा अतिरिक्त उड़ानें शुरू करने का यह कदम एयरलाइन उद्योग में क्षमता को संतुलित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
एयरलाइन ने एक बयान में कहा कि प्रमुख रूटों पर हवाई यात्रा की मांग में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, जिसे पूरा करने के लिए ये अतिरिक्त उड़ानें शुरू की जा रही हैं। ये नई उड़ानें नियामकीय मंजूरी मिलने के बाद ही शुरू की जाएंगी।
क्षमता विस्तार की अपनी योजना को ज़मीन पर उतारने के लिए स्पाइसजेट पिछले दो महीनों में 17 विमानों को सक्रिय सेवा में शामिल कर चुकी है। इन विमानों में डैम्प-लीज (Damp-Lease) पर लिए गए विमान और साथ ही उसके अपने पुराने विमान शामिल हैं जिन्हें मरम्मत के बाद दोबारा सेवा में लाया गया है।
स्पाइसजेट के अनुसार, बेड़े में हुई इस बढ़ोतरी से कंपनी को उच्च मांग वाले रूटों पर अतिरिक्त क्षमता तैनात करने और अपने नेटवर्क को अधिक लचीला बनाने में सहायता मिलेगी। एयरलाइन ने कहा, "हमारा लक्ष्य मौजूदा शेड्यूल अवधि के दौरान अधिक विमान शामिल करना, विमान के उपयोग को अधिकतम करना और बेहतर योजना के माध्यम से कनेक्टिविटी को मजबूत करना है।"
हाल ही में हवाई अड्डों पर इंडिगो संकट के कारण हुए व्यवधानों के संबंध में, नागरिक उड्डयन सचिव समीर कुमार सिन्हा ने यह जानकारी दी कि परिचालन अब सामान्य रूप से बहाल हो रहा है। उन्होंने बताया कि यात्रियों को हुई समस्याओं के समाधान के लिए सरकार ने हवाई अड्डों सहित विभिन्न स्तरों पर समन्वय स्थापित किया था।
इससे पहले, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने बड़े पैमाने पर परिचालन संबंधी व्यवधानों और अनियमितताओं के चलते इंडिगो के उत्तरदायी प्रबंधक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी को 6 दिसंबर को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। एयरलाइन ने अपने राष्ट्रव्यापी नेटवर्क के आकार और अन्य परिचालन संबंधी बाधाओं का हवाला देते हुए नोटिस का जवाब देने के लिए अतिरिक्त समय का अनुरोध किया था।