मध्यप्रदेश के विक्रमोत्सव 2025 को WOW अवार्ड्स एशिया 2025 में 'एशिया के शासकीय समारोह की विशेष श्रेणी' में प्रतिष्ठित गोल्ड अवार्ड से सम्मानित किया गया है। जानें कैसे यह उत्सव संस्कृति, विरासत और विकास का बेजोड़ संगम बन गया है।
By: Star News
Jul 04, 2025just now
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भोपाल: स्टार समाचार वेब
मध्यप्रदेश शासन के संस्कृति विभाग के अंतर्गत महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ द्वारा आयोजित विक्रमोत्सव 2025 को WOW अवार्ड्स एशिया 2025 (WOW Awards Asia 2025) द्वारा 'एशिया के शासकीय समारोह की विशेष श्रेणी (Special Event of the Year Government)' में प्रतिष्ठित गोल्ड अवार्ड से सम्मानित किया गया है। WOW अवार्ड्स एशिया की टीम जल्द ही भोपाल आकर माननीय मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को यह अवार्ड प्रदान करेगी। उल्लेखनीय है कि विगत वर्ष विक्रमोत्सव 2024 को 'एशिया का बिगेस्ट रिलीजियस अवार्ड' भी मिल चुका है।
मुख्यमंत्री के समर्पण का परिणाम: श्रीराम तिवारी
विक्रमोत्सव 2025 को यह विशिष्ट सम्मान मिलने पर माननीय मुख्यमंत्री के संस्कृति सलाहकार और महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ के निदेशक श्रीराम तिवारी ने इसे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की संस्कृति और विरासत के प्रति उनके गहरे समर्पण का परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि यह सम्मान न केवल मध्य प्रदेश, बल्कि समस्त भारतवर्ष के लिए गौरव का विषय है। तिवारी ने जोर दिया कि विक्रमोत्सव केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि संस्कृति, विरासत और विकास का एक बेजोड़ संगम है।
पिछले 18 वर्षों से निरंतर आयोजित हो रहा विक्रमोत्सव, देश के सांस्कृतिक क्षेत्र में अपनी उत्सवधर्मी पहचान बखूबी स्थापित कर चुका है। इसमें न केवल राष्ट्रीय, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय भागीदारी भी शामिल होती है।
WOW अवार्ड्स एशिया: उत्कृष्टता का मंच
यह उल्लेखनीय है कि WOW अवार्ड्स एशिया, वर्ष 2009 से लाइव इवेंट्स के क्षेत्र में उत्कृष्टता और नवाचार को प्रोत्साहित करने वाला एक प्रतिष्ठित मंच रहा है। यह अनुभव आधारित विपणन, व्यापारिक बैठकों, प्रोत्साहन यात्राओं, सम्मेलनों, प्रदर्शनियों, सजीव मनोरंजन और विवाह उद्योग जैसे क्षेत्रों में कार्यरत संस्थाओं और आयोजनों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान प्रदान करता है। इस वर्ष इसका 16वाँ संस्करण 20 और 21 जून 2025 को मुंबई स्थित जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में भव्य रूप से आयोजित किया गया, जिसमें देश-विदेश की प्रतिष्ठित संस्थाओं ने सहभागिता की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी की सराहना
विगत दिनों माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी विक्रमोत्सव की सराहना करते हुए कहा था कि उज्जैन के महान सम्राट विक्रमादित्य के गौरव और वैभव को जन-जन तक पहुँचाने का यह प्रयास सराहनीय है। उन्होंने कहा कि सम्राट विक्रमादित्य का शासन काल जन-कल्याण, सुशासन और सांस्कृतिक पुनरुत्थान के लिए जाना जाता है। प्रधानमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि मध्यप्रदेश के ऊर्जावान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मार्गदर्शन में यह आयोजन निश्चित रूप से युवा पीढ़ी को अपने गौरवशाली अतीत से जोड़कर आत्मविश्वास और कर्तव्यनिष्ठा की भावना से परिपूर्ण नागरिक बनाने में सहायक सिद्ध होगा।
विक्रमोत्सव 2025: 300 से अधिक गतिविधियों का संगम
विक्रमोत्सव 2025 के अंतर्गत 300 से अधिक विभिन्न सांस्कृतिक एवं बहुआयामी गतिविधियाँ संपन्न हुईं। इस महोत्सव में लाखों लोग भागीदार रहे, जबकि सोशल मीडिया के माध्यम से करोड़ों लोग विक्रमोत्सव से जुड़े। विक्रमोत्सव की बहुआयामी गतिविधियों में मध्यप्रदेश के सभी प्रमुख शिवरात्रि मेलों का समारंभ, कलश यात्रा, विक्रम व्यापार मेला, संगीत, नृत्य, वादन, शिवोह्म, आदि-अनादि पर्व समारोह, विक्रम नाट्य समारोह, चित्र प्रदर्शनियाँ, संगोष्ठी, भारतीय इतिहास समागम, राष्ट्रीय विज्ञान समागम, वेद अंताक्षरी, कोटि सूर्योपासना, शिल्प कला कार्यशाला, प्रकाशन, विक्रम पंचांग, पौराणिक फिल्मों का अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव, बोलियों एवं हिन्दी रचनाओं का अखिल भारतीय कवि सम्मेलन, 1000 ड्रोन्स की प्रस्तुति और ख्यात कलाकारों की प्रस्तुतियाँ शामिल थीं।
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