शाजापुर के गांवों से रेस्क्यू कर बड़े मैदानों में छोड़ा, निगरानी की जा रही
By: Gulab rohit
Nov 09, 202510:41 PM
सागर। वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व में चीता प्रोजेक्ट के तहत काले हिरणों की संख्या बढ़ाई गई है। दो खेपों में 188 हिरण बड़े घास के मैदानों में छोड़े गए। वन विभाग की टीमें लगातार उनकी निगरानी कर रही हैं ताकि शिकार या किसी अन्य समस्या से उन्हें नुकसान न पहुंचे।
दरअसल, टाइगर रिजर्व में चीतों के शिफ्टिंग की प्रक्रिया शुरू हो गई है। चीतों का पसंदीदा आहार काले हिरण माने जाते हैं। शाजापुर रेंज में काले हिरण आसपास के गांवों में फसलों को नुकसान पहुंचा रहे थे। किसानों की मांग पर सरकार ने काले हिरणों को रेस्क्यू करने का निर्णय लिया।
हेलीकॉप्टर की मदद से शाजापुर के गांवों से हिरणों को पकड़कर टाइगर रिजर्व में लाया गया। पहली खेप में 153 और दूसरी में 35 काले हिरण छोड़े गए।
बड़े घास के मैदान में भर रहे कुलांचे
टाइगर रिजर्व में दो अलग-अलग खेपों में 153 और 35 कुल 188 काले हिरण लाए गए हैं। इन काले हिरणों को टाइगर रिजर्व के बड़े घास के मैदानों में छोड़ा गया है। जहां वह कुलांचे मार रहे हैं। हिरणों के झुंड खुले मैदानों में विचरण करते नजर आ रहे हैं। इन हिरणों के साथ ही टाइगर रिजर्व में काले हिरणों की संख्या 2000 से अधिक हो गई है। इससे पहले भी टाइगर रिजर्व में काले हिरण देखे जाते रहे हैं। हालांकि समय के साथ यहां यह कम होते गए। लेकिन प्रदेश सरकार ने एक बार फिर इन्हें यहां बसाने का निर्णय लिया है।
टीमें कर रही हर मूवमेंट की निगरानी
टाइगर रिजर्व में छोड़े गए काले हिरण (ब्लैक बक) की निगरानी के लिए वन विभाग की टीमें तैनात की गई है। टीमें लगातार काले हिरणों के हर मूवमेंट पर नजर रख रही हैं। वह मैदानों में झुंडों में नजर आ रहे हैं जो रिजर्व के पारिस्थितिक संतुलन के लिए सकारात्मक संकेत हैं।
दो बार में लाए गए 188 ब्लैक बक
टाइगर रिजर्व के डिप्टी डॉयरेक्टर डॉ. एए अंसारी ने बताया कि दुर्गावती टाइगर रिवर्ज बड़े-बड़े ग्रासलैंड के रूप में जाना जाता है। हाल ही में शाजापुर में खेतों से काले हिरण पकड़े गए हैं। जिनमें से एक खेप में 153 और दूसरी खेप में 35 काले हिरण टाइगर रिजर्व में लाए गए हैं। दोनों को अलग-अलग बड़े घास के मैदानों में छोड़ा गया है। वर्तमान में वह उस क्षेत्र में अच्छा विचरण कर रहे हैं। उनकी निगरानी की जा रही है। ताकि शिकार जैसी संभावनाओं को खत्म किया जा सके।