इस्राइल और ईरान के बीच दो दिनों से जारी संघर्ष भयानक रूप लेता हुआ नजर आ रहा है। इस्राइल ने ईरान पर ताबड़तोड़ हमले कर काफी क्षति पहुंचाई है। इस्राइल के हमले के बाद शनिवार के ईरान ने भी पलटवार कर दिया।
By: Sandeep malviya
Jun 14, 20255:40 PM
गाजा। इस्राइल और ईरान के बीच दो दिनों से जारी संघर्ष भयानक रूप लेता हुआ नजर आ रहा है। इस्राइल ने ईरान पर ताबड़तोड़ हमले कर काफी क्षति पहुंचाई है। इस्राइल के हमले के बाद शनिवार के ईरान ने भी पलटवार कर दिया। ऐसे में पश्चिम एशिया में संघर्ष का एक और मोर्चा खुल गया है। एक तरफ अमेरिका ने इस्राइल का समर्थन किया, तो वहीं दूसरी तरफ चीन और रूस ईरान के पक्ष में खड़े हो गए हैं। चीन ने इस्राइल के हमले की निंदा की है। चीन के संयुक्त राष्ट्र में राजदूत फू कोंग ने कहा है कि इस्राइल ने ईरान की संप्रभुता, सुरक्षा और क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन किया है। चीन ने इस्राइल से तुरंत हमले रोकने की अपील की। दो देशों के संघर्ष में महाशक्तियों का खुलकर आना कितना महत्वपूर्ण होगा ये समय बताएगा।
इस्राइल के हमले के बाद ईरान ने पलटवार किया, जिसको लेकर इस्राइली सेना ने बताया कि ईरान की तरफ से दर्जनों मिसाइलें दागी गईं थीं, जिनमें से कई इंटरसेप्ट कर ली गईं। लेकिन इस्राइली सेना ने अभी तक ये नहीं बताया है कि ईरानी हमले में कितने लोगों की जान गई है। इस्राइल में जिस तरह से कई जगहों पर राहत और बचाव कार्य चल रहा है, उससे साफ है कि इस्राइल को भी नुकसान हुआ है। दोनों के बीच बढ़ते संघर्ष को देखकर अब अमेरिका इस्राइल की मदद करने के लिए सामने आ गया है। इसके तहत अमेरिका ने ईरान के मिसाइल हमले को रोकने में इस्राइल की मदद की है। मामले में एक अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि अमेरिका ने अपनी एयर डिफेंस सिस्टम्स और नौसैनिक संसाधनों की मदद से इस्राइल की मदद कर रहा है। उन्होंने बताया कि मिडिल ईस्ट में अमेरिका की पैट्रियट मिसाइल डिफेंस सिस्टम और थाड सिस्टम तैनात हैं, जो बैलिस्टिक मिसाइलों को इंटरसेप्ट करने में सक्षम हैं।