रूस में 50 साल का सबसे भीषण भूकंप आया। भूकंप की तीव्रता 8.8 दर्ज की गई। वहीं सखाली, अलास्का और हवाई द्वीप में 8.7 की तीव्रता रही। भूकंप के बाद ज्वालामुखी फटने की भी सूचना है। तत्काल सुनामी की चेतावनी जारी की गई। कुछ ही घंटों बाद रूस और जापान में सुनामी की लहरें देखी गईं।
By: Arvind Mishra
रूस में 50 साल का सबसे भीषण भूकंप आया। भूकंप की तीव्रता 8.8 दर्ज की गई। वहीं सखाली, अलास्का और हवाई द्वीप में 8.7 की तीव्रता रही। भूकंप के बाद ज्वालामुखी फटने की भी सूचना है। तत्काल सुनामी की चेतावनी जारी की गई। कुछ ही घंटों बाद रूस और जापान में सुनामी की लहरें देखी गईं। अमेरिकी सहित आसपास के कई छोटे-बड़े द्वीपों पर अलर्ट है। नौ लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है। वहीं भूकंप के बाद अमेरिका में अभी अलर्ट किया गया है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक्स पोस्ट के जरिए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा है। साथ ही सेना को भी अलर्ट पर रखा गया है। कैलिफोर्निया और लॉस एंजिल्स में भी लोगों को समुद्र तटों से दूर जाने को कहा गया है। दरअसल, रूस के सुदूर पूर्वी क्षेत्र कामचटका में सुबह-सुबह भूकंप के जबरदस्त झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 8.8 मापी गई है। यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के अनुसार भूकंप समुद्र के नीचे आया, जिसके बाद जापान और अमेरिका की एजेंसियों ने सुनामी का अलर्ट जारी किया गया है। रूस के साथ-साथ जापान और अमेरिका के कैलिफोर्निया के तट पर सुनामी का अलर्ट जारी किया गया है। समुद्र में तीन फीट ऊंची लहरें उठ सकती है। इससे कई इलाकों में तबाही हो सकती है।
यूएस सुनामी वॉर्निंग सेंटर का कहना है कि इक्वाडोर में तीन मीटर से ऊंची समुद्र की लहरें उठ सकती हैं। रूस में भूकंप के बाद होनोलूलू और हवाई में समुद्र तट से लोग वापस लौट रहे हैं। लोगों से हवाई के समुद्र तट से दूर रहने को कहा गया है। सुनामी की चेतावनी के बाद जापान के लोग टैरेस पर चढ़ गए हैं। लोगों को इमारतों की छतों पर देखा जा सकता है। पैसिफिक सुनामी वॉर्निंग सेंटर का कहना है कि हवाई, चिली, जापान और सोलोमन आइलैंड और इसके आसपास एक से तीन मीटर ऊंची लहरें उठ सकती हैं।
जापान में 16 जगहों पर सुनामी दर्ज की गई। इस दौरान समुद्र की 40 सेंटीमीटर ऊंची लहरें देखने को मिली। इशिनोमाकी पोर्ट पर समुद्र की पचास सेंटीमीटर ऊंची लहरें दिखाई दी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस में भूकंप के बाद कैलिफोर्निया और हवाई के तटीय इलाकों में सुनामी की चेतावनी के बाद सतर्कता बरतने को कहा है। रूस में भूकंप से किंडरगार्टन स्कूल की इमारत को नुकसान पहुंचा है। अच्छी बात ये रही कि भूकंप के समय इमारत में कोई भी नहीं था।
सुनामी के अलर्ट के मद्देनज हवाई में भारी ट्रैफिक जाम की स्थिति देखी जा सकती है। यहां के स्थानीय लोग और टूरिस्ट सुनामी की चेतावनी के बाद हवाई छोड़कर जा रहे हैं। यहां तीन से 12 फीट ऊंची समुद्र की लहरें उठने की आशंका है। जापान में सुनामी के अलर्ट को देखते हुए फुकुशिमा न्यूक्लियर प्लांट को खाली करा लिया गया है। 2011 में आए 9.0 तीव्रता के भूकंप और उसके बाद की सुनामी ने फुकुशिमा न्यूक्लियर पावर प्लांट को भारी नुकसान पहुंचाया था।
न्यूजीलैंड और आस्ट्रेलिया में फिलहाल सुनामी का खतरा नहीं है, लेकिन लोगों से सतर्कता बरतने को कहा गया है। रूस के कामचटका में इसी महीने पांच बार भूकंप आ चुके हैं। चार नवंबर 1952 को कैमचटका में 9 तीव्रता के भूकंप से नुकसान हुआ था। रूस के कामचटका में आए भूकंप को 1952 के बाद से अब तक का सबसे शक्तिशाली भूकंप बताया जा रहा है। कामचटका रूस का एक प्रायद्वीप है, जो रूस के सुदूर पूर्वी हिस्से में स्थित है। यह प्रशांत महासागर के किनारे साइबेरिया के पूर्वी छोर पर बसा है।
अमेरिकी समोआ, एंटार्टिका, कोलंबिया, कुक आइलैंड्स, कोस्टा रिका, अल सल्वाडोर, फिजी, गुआम, गुआटेमाला, होलैंड एंड बेकर, इंडोनेशिया, जार्विस आइलैंड, कैर्मेडिस आइलैंड, किरीबाटी, मार्शल आइलैंड, मेक्सिको, मिडवे आइलैंड, न्यूजीलैंड, निकारागुआ, पलाऊ, पल्मिरा आइलैंड, पनामा, पापुआ न्यू गिनी, पेरू, फिलीपींस, समोआ, ताइवान, टोन्गा और वानुअतु सुनामी की चपेट में आ सकते हैं।