आपरेशन सिंदूर को कई महीने बीत चुके हैं, लेकिन ट्रंप अभी भी भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर कराने का राग अलाप रहे हैं। ट्रंप ने एक बार फिर कहा है कि उन्होंने ट्रेड डील के नाम पर दोनों देशों में युद्ध विराम करवाया है। भारत सरकार कई बार ट्रंप के इस बयान का विरोध कर चुकी है।
By: Arvind Mishra
Jul 19, 20254 hours ago
आपरेशन सिंदूर को कई महीने बीत चुके हैं, लेकिन ट्रंप अभी भी भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर कराने का राग अलाप रहे हैं। ट्रंप ने एक बार फिर कहा है कि उन्होंने ट्रेड डील के नाम पर दोनों देशों में युद्ध विराम करवाया है। भारत सरकार कई बार ट्रंप के इस बयान का विरोध कर चुकी है। सेना ने भी साफ किया है कि सीजफायर में अमेरिका का कोई हाथ नहीं था। मगर, इसके बावजूद डोनाल्ड ट्रंप किसी मौके पर यह कहने से नहीं चूकते कि सीजफायर उनकी बदौलत हुआ है। दरअसल, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दावा किया है कि उनके हस्तक्षेप से भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को रोका जा सका था। ट्रंप ने कहा कि भारत की ओर से पहलगाम हमले के जवाब में चलाए गए आपरेशन सिंदूर के बाद दोनों देशों के बीच हालात बेहद गंभीर हो गए थे, लेकिन उनके दखल से टकराव टल गया। हमने कई युद्ध रोके। और ये कोई मामूली युद्ध नहीं थे। भारत और पाकिस्तान के बीच हालात बहुत गंभीर हो चुके थे। विमान मार गिराए जा रहे थे। मुझे लगता है कि करीब पांच लड़ाकू विमान गिरा दिए गए थे। ये दोनों परमाणु हथियारों से लैस देश हैं और एक-दूसरे पर हमला कर रहे थे।
ट्रंप ने कहा कि यह एक नई किस्म की जंग जैसी स्थिति बन गई थी, जैसा कि अमेरिका ने ईरान के साथ किया था। ट्रंप ने दावा किया कि हमने ईरान की परमाणु क्षमता को पूरी तरह खत्म कर दिया। हालात लगातार बिगड़ते जा रहे थे, और हमने इसे ट्रेड के जरिए सुलझाया। हमने कहा- अगर तुम लोग हथियारों (और शायद परमाणु हथियारों) का इस्तेमाल करते रहोगे, तो हम कोई व्यापार समझौता नहीं करेंगे।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इससे पहले भी कई बार भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर का दावा कर चुके हैं। हालांकि, भारत सरकार और सेना दोनों ने इन दावों को सिरे से खारिज कर दिया है। भारत का कहना है कि सीजफायर दोनों देशों की आपसी बातचीत से संभव हुआ है, इसमें किसी तीसरे देश का कोई हाथ नहीं है।