उज्जैन में स्थित महाकालेश्वर मंदिर भारत के सबसे पवित्र और प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। यह भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। इसकी वास्तुकला मनमोहक है। महाकाल मंदिर प्राचीन भारतीय शिल्प कला का अद्भुत उदाहरण है।
By: Arvind Mishra
Jul 05, 20251 hour ago
भोपाल। स्टार समाचार वेब
विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल के नगरी में रोजाना लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन लगा रहता है। सावन मास में यह संख्या और अधिक बढ़ जाती है। जो भी महाकाल के दरबार पर दर्शन करने आता है, वह दान करना नहीं भूलता। सावन मास से पहले ही भक्तों के दान का आकड़ा सामने आ गया है। जिसमें दानदाताओं ने दिल खोलकर दान किया है। दरअसल, उज्जैन में स्थित महाकालेश्वर मंदिर भारत के सबसे पवित्र और प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। यह भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। इसकी वास्तुकला मनमोहक है। महाकाल मंदिर प्राचीन भारतीय शिल्प कला का अद्भुत उदाहरण है। हर दिन, भस्म आरती सहित कई अनुष्ठान किए जाते हैं, जिनमें शामिल होने देश विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। मंदिर क्षिप्रा नदी के तट पर स्थित है। बाबा महाकाल मंदिर में भक्तों की सैलाब बढ़ने लगा है। महाकाल लोक बनने के बाद रोजाना लगभग डेढ़ से दो लाख भक्त दर्शन के लिए आ रहे हैं। पहले यह संख्या 40 से 50 हजार थी। भक्तों की संख्या बढ़ने से मंदिर को मिलने वाला दान भी पिछले चार सालों में चार गुना बढ़ गया है। 2019-20 में मंदिर को लगभग 15 करोड़ दान मिला था। वहीं साल 2023-24 में यह बढ़कर 59.91 करोड़ हो गया। 2024-25 में अब तक 51.22 करोड़ रुपए का दान आ चुका है। यह राशि सिर्फ दान पेटियों में डाले गए दान की है। मंदिर की अन्य कमाई मिलाकर यह आय एक अरब से भी ज्यादा है। महाकाल लोक बनने के बाद धार्मिक पर्यटन भी बढ़ा है।
मंदिर समिति के प्रशासक प्रथम कौशिक ने बताया कि महाकाल लोक के खुलने के बाद बड़ी संख्या में भक्त उज्जैन आ रहे हैं और खुलकर दान भी कर रहे हैं। कुछ दिनों पहले हरियाणा के एक भक्त ने उज्जैन के महाकाल मंदिर में आकर 5 किलो चांदी दान किया था। इसमें चांदी से बने मुकुट, कुंडल, और मुंडों की माला शामिल थी।
उज्जैन में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है। 2023 में 5.3 करोड़ लोग उज्जैन आए थे। साल 2024 में यह आंकड़ा बढ़कर 7.4 करोड़ हो गया है। इसका मतलब है कि एक साल में लगभग चालीस फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। पिछले दो सालों में 12 करोड़ 32 लाख से ज्यादा श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन के लिए उज्जैन पहुंचे हैं।