हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और बादल फटने से तबाही मची है। चंबा और मंडी में बादल फटने से पांच पुल बह गए जिससे कई गांव प्रभावित हुए हैं। ऊना में बाढ़ जैसे हालात हैं, जहां कई घरों और उद्योगों में पानी घुस गया। दरअसल, हिमाचल में 20 जून से अत तक बादल फटने की 19 घटनाएं हो चुकी हैं।
By: Arvind Mishra
Jul 07, 2025just now
नई दिल्ली/भोपाल। स्टार समाचार वेब
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और बादल फटने से तबाही मची है। चंबा और मंडी में बादल फटने से पांच पुल बह गए जिससे कई गांव प्रभावित हुए हैं। ऊना में बाढ़ जैसे हालात हैं, जहां कई घरों और उद्योगों में पानी घुस गया। दरअसल, हिमाचल में 20 जून से अत तक बादल फटने की 19 घटनाएं हो चुकी हैं। 23 बार बाढ़ और 19 बार भूस्खलन हो चुका है। राज्य में बारिश, बाढ़, लैंडस्लाइड और इससे हुए सड़क हादसों में अब तक 82 लोगों की जान जा चुकी है। राज्य में 269 सड़कें बंद हैं। इधर, उत्तराखंड के चमोली जिले में तेज बारिश के चलते बद्रीनाथ हाईवे पर लैंडस्लाइड हुई है। इसके चलते नंदप्रयाग और कर्णप्रयाग के पास सड़क बंद हो गई है। वाहनों को सुरक्षा के लिए रोक दिया गया है। मलबा हटाने का काम चल रहा है, लेकिन बरसात की वजह से दिक्कतें आ रही हैं। मध्य प्रदेश में स्ट्रॉन्ग सिस्टम सक्रिय होने के कारण मानसून जमकर बरस रहा है। शहडोल में बीते 24 घंटे में 4 इंच बारिश हुई। आधी रात तीन हजार से ज्यादा घरों में पानी भर गया। इससे काफी नुकसान हुआ है। उधर, अयोध्या में सरयू नदी उफान पर है। जलस्तर 91.35 मीटर पहुंच गया है। यह वॉर्निंग लेवल से सिर्फ 20 सेमी नीचे है। 24 घंटे में 24 सेमी का इजाफा हुआ है। ऐसे ही 1 सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से पानी बढ़ता रहा तो आज रात तक जलस्तर वॉर्निंग लेवल पार कर जाएगा। यहां वॉर्निंग लेवल 91.55 मीटर और डेंजर लेवल 92.73 मीटर है। छत्तीसगढ़ में सरगुजा संभाग बारिश से सबसे ज्यादा प्रभावित है। अंबिकापुर में कई घरों में पानी घुस गया। कई कार तीन फीट तक पानी में डूब गईं। नेशनल हाईवे 343, अंबिकापुर-राजपुर मुख्य मार्ग पर नदियां पुल के ऊपर बह रही हैं।
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग और आसपास के इलाकों में हुई भारी बारिश के कारण अलकनंदा नदी में पानी का बहाव तेज हो गया है। हालांकि, नदी अभी भी खतरे के निशान से नीचे बह रही है। प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है और लोगों से सतर्क रहने की अपील की गई है।
यूपी में मानसून मेहरबान है। बुलंदशहर में रात 2 बजे से बारिश हो रही है। गलियों में 3 फीट तक पानी भर गया है। कलेक्टर श्रुति ने स्कूलों में छुट्टी का आदेश दिया है। इधर, अयोध्या में सरयू नदी उफान पर है। जलस्तर 91.35 मीटर पहुंच गया है। यह वॉर्निंग लेवल से सिर्फ 20 सेमी नीचे है। 24 घंटे में 24 सेमी का इजाफा हुआ है।
रायपुर समेत प्रदेश के कई जिलों में देर रात से रुक-रूककर तेज बारिश हो रही है। इस बीच मौसम विभाग ने मध्य छत्तीसगढ़ के जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं उत्तर और दक्षिण छत्तीसगढ़ के जिलों में भी भारी बारिश का दौर जारी रह सकता है। बारिश के कारण शहर के कई इलाकों में जल भराव हो गया है। सड़कों पर नालियों का पानी आ गया है। मौसम विभाग ने रायपुर, दुर्ग, महासमुंद, बलौदाबाजार, गरियाबंद, धमतरी, बालोद, बेमेतरा, कबीरधाम में आॅरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं बिलासपुर और बस्तर संभाग के जिलों में यलो अलर्ट है।
मध्यप्रदेश के कई जिलों में लगातार तेज बारिश होने की वजह से हालात बिगड़ने लगे हैं। मंडला, श्योपुर-डिंडौरी में बाढ़ जैसे हालात हैं। नर्मदा नदी के निचले इलाकों में खतरा ज्यादा है इसलिए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की चेतावनी दी गई है। शहडोल के सरकारी अस्पताल के वार्डों में पानी भर गया। उमरिया में सड़कें पानी-पानी हो गईं। जबलपुर के बरगी डैम के 9 गेट भी खोलने पड़े। आज भी बाढ़ का अलर्ट जारी किया गया है। सिवनी-बालाघाट में खतरा ज्यादा है। यहां अति भारी बारिश का आरेंज अलर्ट है। डिंडोरी में कलेक्टर नेहा मारव्या ने आज सोमवार को स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों में अवकाश घोषित किया है। जबलपुर, डिंडौरी, मंडला, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, पांढुर्णा, बैतूल में अति भारी बारिश का आॅरेंज अलर्ट है। मुरैना, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, विदिशा, सीहोर, सागर, रायसेन, नर्मदापुरम, टीकमगढ़, छतरपुर, दमोह, पन्ना, कटनी, उमरिया, शहडोल और अनूपपुर में भारी बारिश का यलो अलर्ट है।