मध्यप्रदेश में वंदे मातरम के 150वें स्मरणोत्सव का उत्सव धूमधाम से मनाया गया। सीएम डॉ. मोहन यादव ने भोपाल के शौर्य स्मारक में भारत माता के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर दीप प्रज्जवलित करते हुए ऐतिहासिक समारोह का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में वंदे मातरम के इतिहास और महत्व पर आधारित विशेष पत्रिका का विमोचन किया गया।
By: Arvind Mishra
Nov 07, 20252:24 PM
भोपाल। स्टार समाचार वेब
मध्यप्रदेश में वंदे मातरम के 150वें स्मरणोत्सव का उत्सव धूमधाम से मनाया गया। सीएम डॉ. मोहन यादव ने भोपाल के शौर्य स्मारक में भारत माता के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर दीप प्रज्जवलित करते हुए ऐतिहासिक समारोह का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में वंदे मातरम के इतिहास और महत्व पर आधारित विशेष पत्रिका का विमोचन किया गया। वहीं सीएम ने कहा- बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय का वंदे मातरम गीत आजादी का मूल मंत्र बना था। यह गीत केवल शब्द नहीं, बल्कि राष्ट्र की आत्मा है, जिसने स्वतंत्रता संग्राम के दौर में क्रांतिकारियों को प्राण शक्ति दी। जब आजादी के बाद राष्ट्रगीत को अपनाने का समय आया, तब देश को भ्रमित करने की कोशिश की गई, जबकि सरदार पटेल ने भी राष्ट्रगान जन-गण-मन के साथ राष्ट्रगीत वंदे मातरम को समान महत्व देने की बात कही थी।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि अतीत के अप्रतिम गीतों ने आजादी की अलख जगाई। 19वीं शताब्दी से शुरू हुई यह यात्रा हमें आज भी प्रेरित करती है। आजादी के हर संघर्ष में, चाहे वह अमेरिका हो या इंग्लैंड, जब आजादी की अलख जगती है, तब शब्दों से नए संकल्प उत्पन्न होते हैं। राष्ट्रभक्ति गीतों के माध्यम से देश अपनी पहचान बनाता है।
मुख्यमंत्री ने कहा-यह गीत हमारे लिए एक मंत्र की तरह है, जिसने स्वतंत्रता संग्राम के समय देशवासियों को एकजुट किया। कदम-कदम बढ़ाए जा.. जैसे देशभक्ति गीतों के माध्यम से उन्होंने देश की एकता और समर्पण की भावना को याद किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि वंदे मातरम का स्मरणोत्सव अगले एक वर्ष तक, 7 नवंबर 2026 तक चार चरणों में मनाया जाएगा। इस दौरान राष्ट्रीय त्योहारों और विशेष अवसरों पर इस गीत से जुड़े आयोजन होंगे।
कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने भारत माता की सेवा और सम्मान के लिए स्वदेशी उत्पादों के उपयोग, स्थानीय उद्योगों को प्रोत्साहन, भारतीय भाषाओं के प्रयोग और पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया। मुख्यमंत्री ने जनता को स्वदेशी अपनाने का संकल्प दिलाते हुए कहा कि हर नागरिक को भारतीय उत्पादों को प्राथमिकता देनी चाहिए। यह केवल आर्थिक नहीं, बल्कि सांस्कृतिक स्वतंत्रता का प्रतीक है।
मुख्यमंत्री और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने भाजपा प्रदेश कार्यालय में भारत माता को पुष्पांजलि अर्पित कर वंदे मातरम @150 अभियान का शुभारंभ किया। इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष ने स्वदेशी का संकल्प सामूहिक रूप से दिलाया। वंदे मातरम केवल एक गीत नहीं, बल्कि यह हमारी पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। यह गीत हमें आजादी का महत्व समझाता है और पूरे देश को एक माला में पिरोने का काम करता है।
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