हिमाचल और उत्तराखंड में देर रात और तड़के आपदा काल बनकर टूट रही है। अतिवृष्टि से जानमाल को भारी नुकसान हो रहा है। रात के अंधेरे में घटना होने पर लोगों को संभलने का मौका भी नहीं मिल पाता है। हिमाचल प्रदेश के किन्नौर के थाच गांव में गुरुवार देर रात बादल फटा।
By: Arvind Mishra
नई दिल्ली। स्टार समाचार वेब
हिमाचल और उत्तराखंड में देर रात और तड़के आपदा काल बनकर टूट रही है। अतिवृष्टि से जानमाल को भारी नुकसान हो रहा है। रात के अंधेरे में घटना होने पर लोगों को संभलने का मौका भी नहीं मिल पाता है। हिमाचल प्रदेश के किन्नौर के थाच गांव में गुरुवार देर रात बादल फटा। बाढ़ में दो गाड़ियां बह गईं। लोग रात में ही घरों से भागकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचे। शिमला के एडवर्ड स्कूल के पास भी रात में भूस्ख्लान हो गया। वहीं उत्तराखंड के चमोली जिले के नंदानगर क्षेत्र में गुरुवार को तड़के चार स्थानों पर बादल फटने, बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं में दो लोगों की मौत हो गयी, पांच को मलबे से जीवित निकाल लिया गया जबकि छह अन्य अभी भी लापता हैं। इन घटनाओं में करीब 45 मकान और 15 गौशालाएं ध्वस्त हो गयीं। कुंतरी लगा फाली में मलबे में दबे चार चार को जीवित निकाला गया जबकि धुर्मा गांव में एक व्यक्ति को जिंदा निकाला गया। इन घटनाओं में 12 लोग घायल भी हुए हैं, जिनमें मलबे से जीवित निकाले गए लोग भी शामिल हैं। गंभीर रूप से घायलों को ऋषिकेश स्थित एम्स में भर्ती कराया गया है।
एसईओसी की रिपोर्ट में बताया गया है कि कुंतरी लगा फाली और कुंतरी लगा सरपाणीं गांवों में से प्रत्येक में एक-एक शव बरामद हुआ है। कुंतरी लगा फाली गांव में क्षतिग्रस्त मकान के मलबे से बरामद शव की पहचान नरेन्द्र सिंह (38) और कुंतरी लगा सरपाणीं गांव में मिले शव की पहचान जगदंबा प्रसाद (70) के रूप में हुई है। दो महिलाओं और एक बच्चे सहित चार व्यक्ति कुंतरी लगा फाली गांव और एक अन्य व्यक्ति को धुर्मा गांव में मलबे से जीवित निकाला गया।
इधर, हिमाचल के शिमला की लाइफ लाइन कहे जाने वाली सर्कुलर रोड बंद है। एडवर्ड स्कूल में आज और कल की छुट्टी घोषित कर दी गई है। कुमारसैन की करेवथी में भी तीन मंजिला मकान धंसा गया। राज्य में बाढ़-बारिश से अब तक 424 लोगों की मौत हो चुकी है।
देहरादून-मसूरी रोड अभी भी क्षतिग्रस्त है। मसूरी में मौजूद 2 हजार के करीब सैलानी सुरक्षित हैं। इधर, उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में रिहंद बांध इस साल पांचवीं बार ओवरफ्लो हुआ। कौशांबी में बिजली गिरने से 2 महिलाओं की मौत हुई।