पांच साल बाद फिर से भारत और चीन के बीच सीधी उड़ान शुरू होगी। 26 अक्तूबर से उड़ान सेवा शुरू हो जाएंगी। इससे पहले चीन ने भारत के साथ सीधी उड़ानें बहाल किए जाने को सकारात्मक कदम करार दिया है।
By: Sandeep malviya
बीजिंग। भारत और चीन के रिश्तों में सुधार हो रहा है। हाल ही के महीनों में दोनों देशों के बीच तनाव कम करने के संकेत मिले और कुछ मुद्दों पर आपसी सहमति बनी है। जिसमें से एक भारत और चीन के बीच सीधी उड़ान भी है। ऐसे में करीब पांच साल के अंतराल के बाद दोनों देशों के बीच 26 अक्टूबर से दोबारा सीधी उड़ान शुरू होने जा रही है।
अब चीन ने गुरुवार (09 अक्तूबर) भारत के साथ सीधी उड़ानें बहाल किए जाने को सकारात्मक कदम करार दिया है। साथ ही कहा कि इससे पता चलता है कि दोनों देश द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच बनी सहमति पर ईमानदारी से काम कर रहे हैं।
26 अक्तूबर से फिर से शुरू होंगी सीधी उड़ानें
चीनी विदेश मंत्रालय के आठ दिनों के राष्ट्रीय अवकाश के बाद नियमित उड़ानें फिर से शुरू होने के बाद पहली बार आयोजित मीडिया ब्रीफिंग में प्रवक्ता गुओ जियाकुन ने कहा कि उड़ानें अक्टूबर के अंत तक फिर से शुरू हो जाएंगी। मालूम हो कि भारत ने 2 अक्तूबर को घोषणा की थी कि चीन के लिए सीधी उड़ानें 26 अक्तूबर से फिर से शुरू होंगी।
मीडिया ब्रीफिंग के दौरान एक सवाल के जवाब में गुओ ने कहा, "यह नया कदम दशार्ता है कि कैसे दोनों पक्ष 31 अगस्त को तियानजिन में राष्ट्रपति शी जिनपिंग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच बनी महत्वपूर्ण आम सहमति पर ईमानदारी से काम कर रहे हैं।" उन्होंने आगे कहा कि यह एक सक्रिय कदम है, जो 2.8 अरब से ज्यादा चीनी और भारतीय लोगों के बीच मैत्रीपूर्ण आदान-प्रदान को सुगम बनाता है। बता दें कि पीएम मोदी और शी जिनपिंगने तियानजिन में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन के दौरान मुलाकात की थी और अक्टूबर 2024 में रूस के कजान में हुई अपनी पिछली बैठक के बाद से द्विपक्षीय संबंधों में सकारात्मक गति और निरंतर प्रगति का स्वागत किया था।
"ड्रैगन और हाथी तालमेल को साकार करने के लिए तैयार"
प्रवक्ता गुओ जियाकुन ने आगे कहा, "चीन, भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों को रणनीतिक और दीर्घकालिक दृष्टिकोण से देखने और संभालने, अच्छे पड़ोसी का आनंद लेने वाले मित्र और एक-दूसरे की सफलता में मदद करने वाले साझेदार बनने, ड्रैगन और हाथी के बीच सहयोगात्मक तालमेल को साकार करने के लिए तैयार है, ताकि दोनों देशों के लोगों के लिए और अधिक ठोस परिणाम प्राप्त किए जा सकें और एशिया और उसके बाहर शांति और समृद्धि बनाए रखने में उचित योगदान दिया जा सके।" फिलहाल एयर चाइना जैसी चीनी एयरलाइनों, जो पहले दोनों देशों के बीच उड़ानें संचालित करती थीं, उसने अभी तक उड़ानें फिर से शुरू करने की औपचारिक योजना की घोषणा नहीं की है। वहीं बताया जा रहा है कि भारतीय एयरलाइन इंडिगो और चाइना ईस्टर्न दोनों देशों के बीच सीधी उड़ानें फिर से शुरू करने वाली पहली दो एयरलाइनें होंगी। इंडिगो ने हाल ही में एक बयान में कहा कि वह 26 अक्टूबर से कोलकाता से ग्वांगझू के लिए दैनिक उड़ानें संचालित करने की योजना बना रही है।