भारत इन दिनों बाढ़ का बड़ा केंद्र बना है। देश का 10 फीसदी हिस्सा बाढ़ की चपेट में है। हिमाचल, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड और पंजाब में लोग सबसे ज्यादा प्रभावित नजर आ रहे हैं। वहीं बारिश पूर्व किए गए तमाम दावे खोंखले साबित हो रहे हैं। जलभराव के आगे सब बेबस हो गए हैं। पुलिस, प्रशासन और सेना राहत कार्य में जुटी है।
By: Arvind Mishra
भोपाल/नई दिल्ली। स्टार समाचार वेब
भारत इन दिनों बाढ़ का बड़ा केंद्र बना है। देश का 10 फीसदी हिस्सा बाढ़ की चपेट में है। हिमाचल, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड और पंजाब में लोग सबसे ज्यादा प्रभावित नजर आ रहे हैं। वहीं बारिश पूर्व किए गए तमाम दावे खोंखले साबित हो रहे हैं। जलभराव के आगे सब बेबस हो गए हैं। पुलिस, प्रशासन और सेना राहत कार्य में जुटी है। इधर, उत्तराखंड में हरिद्वार-ऋषिकेश रेल मार्ग पर सोमवार सुबह काली मंदिर के पास भूस्खलन हो गया। जहां पहाड़ी से बड़े-बड़े पत्थर ट्रैक पर बने लोहे के स्ट्रक्चर पर गिर गए। इसके कारण स्ट्रक्चर क्षतिग्रस्त हो गया। मलबा ट्रैक पर आ गया। अब मार्ग बंद हो गया है। ट्रेनों को रोक दिया गया है। ट्रैक से मलबा हटाया जा रहा है। इधर, राजस्थान में तेज बारिश के बाद कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति है। नदी-नाले ओवरफ्लो होने से उदयपुर, सलूंबर, जालोर, डूंगरपुर, सिरोही, बाड़मेर, जैसलमेर और बालोतरा में स्कूल बंद हैं।
पंजाब के 23 जिलों के करीब 2 हजार गांव बाढ़ की चपेट में हैं। इनकी 3 लाख 84 हजार की आबादी प्रभावित है। 12 जिलों के 46 लोगों की बाढ़-बारिश में जान गई। 12 दिन बाद सोमवार को राज्य के सभी जिलों में स्कूल-कॉलेज खुले। कल पीएम नरेंद्र मोदी भी पंजाब के प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वे करेंगे।
हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद उत्तर प्रदेश के मथुरा के वृंदावन में हालात बिगड़े हैं। राधा वल्लभ मंदिर में पानी भरा है। बांके बिहारी मंदिर से 100 मीटर दूर बाढ़ का पानी बह रहा है। राज्य में अब तक 644.9 मिमी बारिश हुई है, जबकि यहां औसत बारिश का आंकड़ा 641.4 मिमी है।
हिमाचल प्रदेश में दो नेशनल हाईवे समेत 824 सड़कें अभी भी बंद हैं। इनमें ज्यादातर सड़कों को बंद हुए 10 दिन हो चुके हैं। राज्य में इस सीजन में सामान्य से 45 प्रतिशत ज्यादा बारिश हो चुकी है। 1 जून से 7 सितंबर के बीच 652.1 मिमी सामान्य बारिश होती है, लेकिन इस बार 948.5 मिमी बारिश हुई है।
राजस्थान के उदयपुर-झाड़ोल-ईडर एनएच-58 पर भूस्खलन होने से ट्रैफिक जाम हो गया है। अधिकारियों ने बताया कि सोमवार सुबह 4 बजे झाड़ोल के पास हाईवे पर अंडावेला में भूस्खलन हुआ। जिससे पहाड़ियों से बड़े-बड़े पत्थर सड़क पर आ गिरे।
तेज बारिश के बाद दिल्ली-एनसीआर के कई हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है। वसु देव घाट और मोनेस्ट्री एरिया में कई फीट तक पानी भरा हुआ है। इसका ड्रोन विजुअल सामने आया है। हालांकि, यमुना का जलस्तर अब घटने लगा है। ऐसे में इन इलाकों में भी पानी घटने की उम्मीद जताई जा रही है।
मध्य प्रदेश में रविवार से तेज बारिश का दौर थमा है, लेकिन नदी-नाले अभी उफान पर हैं। नर्मदापुरम, रतलाम, जबलपुर, टीकमगढ़, उमरिया और बालाघाट में हल्की बारिश हुई। सोमवार को भी मौसम साफ रहा। मंगलवार को पूर्वी हिस्से में फिर से तेज बारिश की चतावनी जारी की गई है।