अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के गर्भगृह शिखर पर भगवा ध्वज फहराने का दिव्य आयोजन अब अंतिम चरण में है। पीएम नरेंद्र मोदी कल यानी मंगलवार को स्वयं ध्वजारोहण करेंगे। इसके बाद रामपथ पर विशाल रोड शो भी निकालेंगे। पूरे कार्यक्रम को ऐतिहासिक और अलौकिक बनाने के लिए भाजपा और राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट दिन-रात जुड़े हुए हैं।
By: Arvind Mishra
Nov 24, 202510:39 AM
अयोध्या। स्टार समाचार वेब
अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के गर्भगृह शिखर पर भगवा ध्वज फहराने का दिव्य आयोजन अब अंतिम चरण में है। पीएम नरेंद्र मोदी कल यानी मंगलवार को स्वयं ध्वजारोहण करेंगे। इसके बाद रामपथ पर विशाल रोड शो भी निकालेंगे। पूरे कार्यक्रम को ऐतिहासिक और अलौकिक बनाने के लिए भाजपा और राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट दिन-रात जुड़े हुए हैं। वहीं प्रधानमंत्री के स्वागत व अभिनंदन की तैयारियों के लिए भाजपा का संपर्क व संवाद अभियान जारी है। ध्वजारोहण समारोह के आयोजन को अद्वितीय स्वरूप देने के लिए हजारों संतों की मौजूदगी सुनिश्चित की जा रही है। संतों की ओर से वैदिक मंत्रोच्चारण, शंखनाद और घंटों की ध्वनि से प्रधानमंत्री का अभिनंदन किया जाएगा। इसी कड़ी में अयोध्या विधायक वेद प्रकाश गुप्त और भाजपा महानगर अध्यक्ष कमलेश श्रीवास्तव ने रंगमहल मंदिर पहुंच कर महंत रामशरण दास से मुलाकात की। अन्य प्रमुख मंदिरों के महंतों व संतों से भी संपर्क कर उन्हें स्वागत-अभिनंदन कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया। इसमें जगन्नाथ मंदिर व अमांवा मंदिर के संत शामिल हैं। संतों के साथ हर प्रतिष्ठान पर जाकर विधायक व महानगर अध्यक्ष ने व्यापारियों से संपर्क स्थापित किया।

राम मंदिर के शिखर पर फहराए जाने वाले ध्वज का विधिवत महापूजन हो गया है। समारोह के अनुष्ठानों के क्रम में तीसरे दिन विभिन्न अनुष्ठान हुए। इसमें सबसे प्रमुख ध्वज पूजन रहा। ध्वज, जो केवल वस्त्र नहीं, बल्कि मर्यादा, संस्कृति और सनातन की परंपरा का साक्षात प्रतीक है को पूरे वैदिक विधान के साथ यज्ञ वेदी पर स्थापित किया गया। आचार्यों ने मंत्रोच्चार के मध्य इसे उसी श्रद्धा से अर्पित किया, जैसे देवत्व को अर्पित किया जाता है। अनुष्ठान का केंद्र बना भव्य यज्ञकुंड, जिसमें विष्णु सहस्रनाम और गणेश अथर्वशीर्ष के मंत्रों के साथ आहुतियां अर्पित की गईं।
आचार्यगणों ने पंचगव्य, गंगा जल, पुष्पजल और सुगंधित द्रव्यों से ध्वज का अभिषेक किया। इसके बाद ध्वज पर अक्षत और चंदन लगाया गया, शंखध्वनि और नगाड़ों की गूंज के बीच कलशों से मंगल-जल छिड़का गया। अंत में ध्वज को राम नाम के उच्चारण के साथ सुशोभित आसन पर स्थापित किया गया। पूरी प्रक्रिया अनुशासन और दिव्यता से संपन्न हुई ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 नवंबर को राम मंदिर के शिखर पर भगवा ध्वज फहराकर ध्वजारोहण समारोह का शुभारंभ करेंगे। उनका एयरपोर्ट से साकेत महाविद्यालय तक हेलीकॉप्टर से पहुंचना प्रस्तावित है। साकेत महाविद्यालय से श्रीराम जन्मभूमि मंदिर तक भव्य रोड शो भी आयोजित होगा। रोड शो के एक किमी लंबे रामपथ को आठ जोन में विभाजित किया गया है। हर जोन में स्वयं सहायता समूह की महिलाएं पारंपरिक तरीके से थाली, आरती, फूल-माला और नमस्कार मुद्रा के साथ पीएम की अगवानी करेंगी। जिला प्रशासन ने इसके लिए अलग-अलग समाज और समूहों की महिलाओं को जिम्मेदारी सौंपी है।
जोनवार व्यवस्था के तहत जोन-एक में एसडीएम श्रेया की निगरानी में 150 महिलाएं, जोन-दो (पीएचसी चक्रतीर्थ के पास) एसडीएम गजेंद्र सिंह की देखरेख में 200 महिलाएं, जोन-तीन में निषाद समाज की 300 महिलाएं, जोन-चार (अरुंधती पार्किंग के पास) 1200 महिलाएं, जोन-पांच (सारा इंटरप्राइजेज प्लॉट) पर 300 महिलाएं, जोन-छह (दर्शन सेल) पर 1000 महिलाएं, जोन-सात (यूसुफ आरा मशीन) पर 300 महिलाएं व जोन-आठ (खटीक समाज की भूमि) पर 1500 महिलाएं स्वागत के लिए तैनात रहेंगी। जोनवार जिम्मेदारी भी तय कर दी गई है।