डोनाल्ड ट्रंप के पीस प्लान की घोषणा के बाद गाजा में शांति प्रयासों पर बड़ी प्रगति के संकेत मिल रहे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्रंप की पहल की सराहना करते हुए कहा कि बंधकों की रिहाई के संकेत एक अहम कदम है। मोदी ने लिखा-हम राष्ट्रपति ट्रंप के नेतृत्व का स्वागत करते हैं, क्योंकि गाजा में शांति प्रयास निर्णायक प्रगति की ओर बढ़ रहे हैं।
By: Arvind Mishra
Oct 04, 202510:37 AM
नई दिल्ली। स्टार समाचार वेब
डोनाल्ड ट्रंप के पीस प्लान की घोषणा के बाद गाजा में शांति प्रयासों पर बड़ी प्रगति के संकेत मिल रहे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्रंप की पहल की सराहना करते हुए कहा कि बंधकों की रिहाई के संकेत एक अहम कदम है। मोदी ने लिखा-हम राष्ट्रपति ट्रंप के नेतृत्व का स्वागत करते हैं, क्योंकि गाजा में शांति प्रयास निर्णायक प्रगति की ओर बढ़ रहे हैं। बंधकों की रिहाई के संकेत एक बड़ा कदम हैं। भारत टिकाऊ और न्यायपूर्ण शांति के सभी प्रयासों का मजबूती से समर्थन करता रहेगा। कई अन्य वैश्विक नेता भी ट्रंप की इस पहल की सराहना कर रहे हैं। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गाजा में जारी शांति प्रयास को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के नेतृत्व का समर्थन किए हैं। उन्होंने कहा कि गाजा में शांति प्रक्रिया निर्णायक दौर में है।
पीएम मोदी का यह समर्थन तब आया है, जब अंतरराष्ट्रीय समुदाय गाजा में संघर्ष विराम को लेकर कोशिश कर रहा है। भारत शुरू से इस बात का को कहता रहा है कि इजरायल-फिलिस्तीन विवाद का संवात और शातंपूर्ण वार्ता के जरिए ही संभव हो सकता है।
आस्ट्रेलिया के पीएम एंथनी अल्बनीज ने भी ट्रंप की योजना का समर्थन किया है। उन्होंने कहा-आस्ट्रेलिया राष्ट्रपति ट्रंप की योजना में हुई प्रगति का स्वागत करता है। हमास को तुरंत हथियार डालकर शेष सभी बंधकों को रिहा करना चाहिए। आस्ट्रेलिया अपने साझेदारों के साथ युद्ध खत्म करने और न्यायपूर्ण व टिकाऊ समाधान की दिशा में प्रयासों का समर्थन जारी रखेगा।
इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने भी इस योजना पर प्रतिक्रिया दी है। देर रात जारी एक बयान में कहा गया-इजरायल ट्रंप की योजना के पहले चरण के तत्काल कार्यान्वयन के लिए तैयार है, जिसके तहत सभी बंधकों की रिहाई शामिल है।
इधर, हमास ने कहा है कि वह सभी 48 शेष बंधकों को रिहा करने के लिए तैयार है। योजना के मुताबिक, स्थायी युद्ध विराम लागू होने के 72 घंटे के भीतर बंधकों की रिहाई होगी। इसके बदले में 2,000 से अधिक फिलिस्तीनी सुरक्षा बंदियों और मारे गए गाजावासियों के शवों को सौंपा जाएगा। साथ ही इजरायल गाजा से पहले चरण में वापसी करेगा।