अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जोर देते हुए कहा कि ईरान परमाणु हथियार बनाने के 'बेहद करीब' पहुंच चुका है।
By: Sandeep malviya
Jun 17, 202521 hours ago
वॉशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जोर देते हुए कहा कि ईरान परमाणु हथियार बनाने के 'बेहद करीब' पहुंच चुका है। हालांकि, इस साल के शुरूआत में उनकी शीर्ष खुफिया सलाहकार ने कांग्रेस (संसद) के सामने दिए बयान में कहा था कि तेहरान परमाणु हथियार नहीं बना रहा है।
राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गेबार्ड ने मार्च में सांसदों को बताया था कि खुफिया एजेंसियों ने आकलन किया है कि ईरान परमाणु हथियार नहीं बना रहा है और देश के सर्वोच्च नेता ने उस परमाणु हथियार कार्यक्रम को अब तक दोबारा शुरू करने की अनुमति नहीं दी है, जिसे उन्होंने 2003 में निलंबित कर दिया था।
ट्रंप ने एयर फोर्स वन विमान में पत्रकारों से बातचीत के दौरान इस बयान को खारिज किया। वह जी7 सम्मेलन को जल्दी छोड़ने के बाद वॉशिंगटन लौट रहे थे। ट्रंप ने कहा, मुझे इसकी परवाह नहीं कि उन्होंने (तुलसी गेबार्ड) क्या कहा। मुझे लगता है वह इसे (परमाणु हथियार) बनाने के बहुत करीब थे। ट्रंप ने कहा कि वह बातचीत के मूड में नहीं हैं। उन्होंने कहा, ईरान को परमाणु हथियार नहीं रखने दिया जा सकता, ये बहुत सीधी बात है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने ईरान के नेताओं पर आरोप लगाया कि वे अपने परमाणु कार्यक्रम पर कोई समझौता करने को तैयार नहीं हैं। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि अब वह उनसे बातचीत में ज्यादा रुचि नहीं रखते।
उन्होंने कहा, उन्हें समझौता कर लेना चाहिए था। मैंने कहा था, समझौता करो। अब मैं नहीं जानता। मैं ज्यादा बातचीत के मूड में नहीं हूं। राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि वह स्थिति कक्ष (सिचुएशन रूम) में अपने सलाहकारों के साथ बैठक की योजना बना रहे हैं। माना जा रहा है कि वह धीरे-धीरे जनता के सामने ऐसा माहौल तैयार कर रहे हैं कि अमेरिका को इस संघर्ष में सीधी भूमिका निभानी चाहिए। उनके बयान में यह बदलाव ऐसे समय में आया है, जब अमेरिका ने क्षेत्र में अपने युद्धपोतों और सैन्य विमानों को फिर से तैनात किया है, ताकि अगर इस्राइल और ईरान के बीच टकराव और बढ़ता है तो तुरंत प्रतिक्रिया दी जा सके।
तेहरान में मेडिकल स्टाफ की छुट्टियां रद्द
तेहरान में मंगलवार को हर तरफ इस्राइल के खिलाफ 'सख्त' प्रतिक्रिया देने की मांग करने वाले पोस्टर और बोर्ड दिखे। प्रशासन ने डॉक्टरों और नर्सों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं, क्योंकि हमले लगातार जारी हैं। पेट्रोल पंपों पर लंबी कतारें देखी गईं।