ईरान के सबसे बड़े शिया धर्मगुरु ग्रैंड अयातुल्लाह नासेर मकारेम शिराजी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ एक सख्त फतवा जारी किया है।
By: Arvind Mishra
Jun 30, 20256 hours ago
ईरान और इस्राइल के बीच 13 जून को संघर्ष शुरू हुआ था। दोनों ने एक दूसरे पर मिसाइल और ड्रोन हमले किए। बाद में अमेरिका इस जंग में कूदा और ईरान के परमाणु ठिकानों को निशाना बनाया। अमेरिका के हस्तक्षेप से संघर्ष विराम हुआ। अब ईरान ने ट्रंप और नेतन्याहू के खिलाफ फतवा जारी किया। दरअसल, ईरान के सबसे बड़े शिया धर्मगुरु ग्रैंड अयातुल्लाह नासेर मकारेम शिराजी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ एक सख्त फतवा जारी किया है। इस फतवे में दोनों नेताओं को खुदा का दुश्मन करार देते हुए दुनिया भर के मुसलमानों से एकजुट होकर इनका तख्ता पलट करने की अपील की गई है। यह फतवा ईरान की इस्लामी हुकूमत के खिलाफ धमकियों के जवाब में आया है, जिसने हाल ही में इजरायल और अमेरिका के साथ 12 दिन की जंग लड़ी। अयातुल्लाह मकारेम ने कहा-जो भी शख्स या हुकूमत हमारे रहनुमा या मारजा (धर्मगुरु) को धमकी दे, उसे मोहारेबेह (खुदा के खिलाफ जंग करने वाला) समझा जाएगा। ईरानी कानून के तहत मोहारेह को मौत की सजा, सूली, अंग-भंग या देशनिकाला जैसी सजा दी जा सकती है।
फतवे में कहा गया है कि इन दुश्मनों को उनके बयानों और गलतियों पर पछतावा कराना हर मुसलमान का फर्ज है। इसमें यह भी जोड़ा गया कि किसी भी मुस्लिम देश या शख्स का इन दुश्मनों का साथ देना हराम है। अगर कोई मुसलमान इस कथित जिहाद में मुश्किलों का सामना करता है या नुकसान उठाता है, तो उसे खुदा की राह में लड़ने वाले की तरह जन्नत में इनाम मिलेगा।
यह फतवा उस 12 दिन की जंग के बाद आया है, जो 13 जून को शुरू हुई थी। इजरायल ने ईरान में बमबारी की, जिसमें ईरान के बड़े सैन्य कमांडर और परमाणु कार्यक्रम से जुड़े साइंटिस्ट मारे गए। जवाब में, ईरान ने इजरायली शहरों पर बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला किया।