आधी रात गाय को किया घायल, ग्रामीणों में दहशत
By: Gulab rohit
Nov 23, 202510:25 PM
इटारसी। इटारसी के धांई सोंठिया आमबाड़ा गांव में तेंदुए की सक्रियता लगातार बढ़ रही है। बीती रात लगभग ढाई बजे एक तेंदुए ने ग्रामीण रामविलास सिरयाम की गाय पर हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। गाय के मुंह पर पंजों के गहरे घाव आए हैं।
यह हमला तब हुआ जब गाय बाड़े में बंधी थी। घटना की आवाज सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे, लेकिन तेंदुआ अंधेरे का फायदा उठाकर जंगल की ओर भाग गया। कुछ दिन पहले भी इसी गांव में तेंदुए ने एक गाय का शिकार किया था, जिससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल है।
वन विभाग के एसडीओ मान सिंह मरावी ने ने बताया कि तेंदुए के गाय पर हमले की है जानकारी लगी है।
सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम तत्काल गांव पहुंची और घटनास्थल का निरीक्षण किया। विभाग के कर्मचारियों ने तेंदुए के पंजों के निशान और हमले के तरीके की जांच की। इसके बाद आसपास के जंगल क्षेत्र में सर्चिंग अभियान भी चलाया गया।
ग्रामीणों ने वन विभाग से मांग की है कि तेंदुए को जल्द से जल्द पकड़कर सुरक्षित रूप से जंगल के अंदरूनी भागों में छोड़ा जाए, ताकि गांव में लोगों और मवेशियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। आदिवासी समाजसेवी विनोद वारिवा ने बताया कि गांवों के विस्थापन के कारण लगभग 500 एकड़ जंगल कट चुका है, जिससे वन्यजीवों के प्राकृतिक आवास तेजी से खत्म हो रहे हैं।
विनोद वारिवा के अनुसार, जंगल खत्म होने और खेतों के बीच खुले क्षेत्रों के बढ़ने से तेंदुए सहित अन्य जंगली जानवर भटककर आबादी वाले क्षेत्रों में प्रवेश कर रहे हैं। मलोथर पंचायत सचिव मनीष राजपूत ने भी इस बात को स्वीकार किया कि तेजी से घटते जंगल ही इसका मूल कारण हैं।
राजपूत ने वन विभाग से तुरंत प्रभावी कदम उठाने, गांवों में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने और पिंजरा लगाकर तेंदुए को पकड़ने की मांग की, ताकि किसी बड़ी घटना को रोका जा सके। ग्रामीणों का कहना है कि शाम ढलते ही लोग घरों से बाहर निकलने से डरने लगे हैं। बच्चों को स्कूल भेजने और किसानों को रात में खेतों की रखवाली करने में भारी जोखिम महसूस हो रहा है।