एमएसएमई के क्षेत्र में मप्र ने एक और बड़ी सफलता हासिल की है। विभाग के मंत्री चेतन्य कुमार काश्यप ने बताया है कि मध्यप्रदेश में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम के पंजीयन में उल्लेखनीय उपलब्धि दर्ज की है। केंद्र सरकार के उद्यम रजिस्ट्रेशन पोर्टल पर अब तक 20 लाख सूक्ष्म, लघु और मध्यम इकाइयां पंजीकृत हो चुकी हैं।
By: Arvind Mishra
Oct 09, 20253 minutes ago
भोपाल। स्टार समाचार वेब
एमएसएमई के क्षेत्र में मप्र ने एक और बड़ी सफलता हासिल की है। विभाग के मंत्री चेतन्य कुमार काश्यप ने बताया है कि मध्यप्रदेश में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम के पंजीयन में उल्लेखनीय उपलब्धि दर्ज की है। केंद्र सरकार के उद्यम रजिस्ट्रेशन पोर्टल पर अब तक 20 लाख सूक्ष्म, लघु और मध्यम इकाइयां पंजीकृत हो चुकी हैं। उद्यम सहायता पोर्टल के अनुसार प्रदेश में अब तक लगभग 23 लाख इकाइयां स्थापित हुई हैं। वर्तमान में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम इकाइयों की संख्या 43 लाख 32 हजार से अधिक हो गई है। जिससे मध्यप्रदेश का स्थान देश के शीर्ष छह राज्यों की सूची में दर्ज हो गया है।
फरवरी में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान पीएम मोदी द्वारा घोषित की गई नवीन एमएसएमई नीति के बाद से बड़े पैमाने पर सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग स्थापित हुए है। विशेषज्ञों के अनुसार नवीन एमएसएमई विकास नीति 2025, स्टार्ट-अप नीति-ईज आॅफ इइंग बिजनेस जैसी पहल ने उद्यमियों का भरोसा बढ़ाया है। राज्य में उद्यम स्थापना की प्रक्रिया अब पहले से कहीं अधिक आसान और पारदर्शी हो गई है जिससे औद्योगीकरण की प्रक्रिया में तेजी आई है। मंत्री काश्यप ने दावा करते हुए कहा कि इस ऐतिहासिक वृद्धि से रोजगार, स्थानीय निवेश और आत्मनिर्भरता तीनों को एक साथ गति मिली है।
मंत्री ने बताया महिला उद्यमिता में भी पिछले दो वर्षों में 15 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। आंकड़ों के अनुसार वित्तीय वर्ष 2023-24 की अपेक्षा 2024-25 में पंजीकृत इकाईयों की संख्या में 124279 की वृद्धि हुई है। मध्यप्रदेश सरकार का लक्ष्य अब 2026 तक 25 लाख एमएसएमई इकाइयों का आंकड़ा पार करने का है, जिससे 5 लाख से अधिक नए रोजगार सृजित होने की संभावना है।