मध्यप्रदेश के धार के खलघाट टोल प्लाजा पर नेशनल हाईवे 52 के किनारे चार जिलों के किसान धरने पर बैठे हैं। उनका कहना है कि पिछले पांच महीनों में सरकार को कई आवेदन दिए गए, लेकिन अब तक किसी स्तर पर सुनवाई नहीं हुई।
By: Arvind Mishra
Dec 01, 202512:44 PM
हाइवे पर डटे किसान
भोपाल। स्टार समाचार वेब
मध्यप्रदेश के धार के खलघाट टोल प्लाजा पर नेशनल हाईवे 52 के किनारे चार जिलों के किसान धरने पर बैठे हैं। उनका कहना है कि पिछले पांच महीनों में सरकार को कई आवेदन दिए गए, लेकिन अब तक किसी स्तर पर सुनवाई नहीं हुई। किसानों ने साफ कहा कि जब तक मांगें नहीं मानी जातीं, वे यहां से हटेंगे नहीं। दरअसल, चार जिले बड़वानी, धार, खरगोन और खंडवा जिले के किसानों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। वे धार के खलघाट टोल प्लाजा नेशनल हाईवे-52 पर बैठे हैं। किसान एमएसपी और कर्जमाफी समेत अपनी अन्य मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। इधर, किसान संगठन के महामंत्री रामेश्वर पाटीदार ने दो टूक शब्दों में कहा- जब तक को मंत्री हमारे सामने आकर लिखित में सभी मांगों को मंजूरी नहीं देंगे तब तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा।
गौ माता को दिया जाए राष्ट्रमाता का दर्जा
प्रदर्शनकारी किसानों ने मांग की है कि मक्का, सोयाबीन और कपास जैसी मुख्य फसलों की सरकारी खरीदी पहले की तरह योजना के अनुसार की जाए। किसानों ने न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी लागू करने की बात दोहराई। किसानों ने आयात-निर्यात नीति को भी किसान हित में बनाने की मांग की। दलहन, प्याज और कपास पर लगी निर्यात रोक तुरंत हटाई जानी चाहिए। आदि गुरु शंकराचार्य के संकल्प के अनुसार गौ माता को राष्ट्रमाता का दर्जा दिया जाए।
किसानों की नहीं हो रही सुनवाई
किसानों का कहना है कि पिछले 5 महीने में हमने सरकार को कई आवेदन दिए, लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई। हमारी मांगे अब केंद्र सरकार से है। केंद्र सरकार ने 22 उद्योगपतियों का 11 लाख 41 हजार करोड़ का कर्ज माफ किया है, तो किसानों का 9 हजार करोड़ का कर्ज क्यों माफ नहीं किया जा रहा। जब तक मांगे पूरी नहीं होती, उठेंगे नहीं।
सड़क पर बिछा रहे कारपेट
जिस फोरलेन पर किसान आंदोलन कर रहे हैं। उसकी एक लेन से पुलिस ने ट्रैफिक शुरू कर दिया, जिससे किसान भड़क गए और वाहनों के सामने आकर खड़े हो गए। इसके बाद पुलिस ने वाहनों को वापस लौटाना शुरू कर दिया। टोल प्लाजा पर आंदोलन में किसानों का पहुंचना जारी है। लगातार बढ़ रही किसानों की संख्या के चलते सड़क पर कारपेट बिछाई जा रही है।
न फसल के दाम मिल रहे, न खाद
धार जिले के सुंदरेल के किसान विनोद ठाकुर ने काह कि किसानों को फसलों के सही दाम नहीं मिल रहे हैं। खाद नहीं मिल रहा है। एमएसपी पर फसल खरीदी नहीं जा रही है। किसान परेशान हैं। इसलिए ये आंदोलन किया जा रहा है।
समर्थन में उतरा जयस
जयस कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष रविराज बघेल ने कहा कि खंडवा और इंदौर से जयस संगठन के 100 कार्यकर्ता किसान आंदोलन में पहुंच रहे हैं। हम किसानों के साथ खड़े हैं।