राजधानी भोपाल का हमीदिया अस्पताल अब अत्याधुनिक जांच सुविधाओं से लैस हो गया है। मुख्यमंत्री ने आधुनिक मशीनों का शुभारंभ किया। यह पहल मध्यप्रदेश के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में सबसे पहले भोपाल से शुरू की गई है।
By: Arvind Mishra
Jul 25, 202516 hours ago
राजधानी भोपाल का हमीदिया अस्पताल अब अत्याधुनिक जांच सुविधाओं से लैस हो गया है। मुख्यमंत्री ने आधुनिक मशीनों का शुभारंभ किया। यह पहल मध्यप्रदेश के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में सबसे पहले भोपाल से शुरू की गई है। दरअसल, हमीदिया अस्पताल में शुक्रवार को मॉडर्न एमआरआई और सीटी स्कैन यूनिट की शुरुआत हुई। इस मौके पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश का हेल्थ सिस्टम अब पूरी तरह सरकारी तकनीक पर आधारित होकर काम कर रहा है। प्रदेश अब हेल्थ सेक्टर में देश के लिए मॉडल बन रहा है। सीएम ने बताया कि 40 से अधिक मेडिकल कॉलेजों में एयर एंबुलेंस, मॉडर्न जांच मशीनें और उन्नत चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। पीपीपी मॉडल के तहत 4 मेडिकल कॉलेज पहले ही निजी संचालन में सौंपे जा चुके हैं और यह प्रक्रिया आगे भी जारी रहेगी।
वहीं, लोकार्पण समारोह के दौरान प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा राज्य मंत्री नरेन्द्र शिवाजी पटेल ने सीएम डॉ. मोहन यादव से हमीदिया अस्पताल का नाम बदलने की मांग करते हुए कहा, भोपाल रियासत के नवाब हमीदुल्ला ने भारतीयों पर गोली चलवाई थी। वह देशभक्त नहीं, गद्दार था। ऐसे व्यक्ति के नाम पर कोई भी इमारत या संस्थान नहीं रहना चाहिए।
हमीदिया अस्पताल में लगी इन मशीनों के जरिए अब आयुष्मान भारत योजना और अन्य सरकारी स्वास्थ्य योजनाओं से जुड़े मरीजों को एमआरआई (1.5 टेसला) और सीटी स्कैन (128 स्लाइस) की जांच पूरी तरह मुफ्त मिलेगी। इससे पहले मरीजों को निजी सेंटरों पर जाकर भारी खर्च उठाना पड़ता था। अब गंभीर मरीजों की तत्काल जांच अस्पताल परिसर में ही हो सकेगी।
वहीं मुख्यमंत्री ने मशीनों का लोकार्पण के बाद रोगी सुविधाओं की सभी जानकारी ली और कहा कि इन मशीनों की स्थापना से न केवल मरीजों को लाभ होगा, बल्कि मेडिकल छात्रों को भी प्रैक्टिकल और रिसर्च के बेहतर अवसर मिलेंगे। मेडिकल कॉलेजों को जांच सुविधाएं स्वतंत्र रूप से संचालित करने का निर्देश हैं। इन मशीनों पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित रिसर्च की भी सुविधा उपलब्ध होगी, जिससे प्रदेश में मेडिकल रिसर्च को नई दिशा मिलेगी।