ईरान में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए जारी ऑपरेशन सिंधु के तहत तीसरी विशेष विमान आ गया है। इसमें 290 भारतीयों को लाया गया है। अब तक 500 से अधिक भारतीय को ईरान से सुरक्षित रेस्क्यू किया जा चुका है।
By: Arvind Mishra
ईरान में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए जारी ऑपरेशन सिंधु के तहत तीसरी विशेष विमान आ गया है। इसमें 290 भारतीयों को लाया गया है। अब तक 500 से अधिक भारतीय को ईरान से सुरक्षित रेस्क्यू किया जा चुका है। इससे पहले ऑपरेशन सिंधु के तहत ईरान के युद्धग्रस्त क्षेत्र से सुरक्षित निकाले गए कश्मीरी विद्यार्थियों का पहला जत्था शुक्रवार सुबह श्रीनगर पहुंचा। घर पहुंचते ही विद्यार्थियों ने राहत की सांस ली। हालांकि अनंतनाग के रहने वाले कुछ विद्यार्थी रास्ते में ही उतर गए। कई विद्यार्थी रास्ते में अपने घरों के पास उतरे। श्रीनगर तक खाली बस ही पहुंची। उन्होंने ईरान के भयावह हालात के बारे में भी बताया। सुरक्षित वापसी के लिए केंद्र सरकार का आभार जताया। दरअसल, ईरान से शनिवार को आॅपरेशन सिंधु के तहत तीसरी फ्लाइट नई दिल्ली पहुंची, जिसमें 290 भारतीय सवार थे। इनमें 190 जम्मू कश्मीर के लोग थे। सभी अपने देश वापस लौटकर बहुत खुश हैं। सभी यात्रियों ने हिंदुस्तान जिंदाबाद..के नारे लगाने के साथ भारत सरकार का आभार जताया। विदेश मंत्रालय में सचिव अरुण कुमार चटर्जी ने कहा कि विदेश में भारतीय नागरिकों की सेफ्टी, सिक्योरिटी और वेलफेयर हमारे पीमए मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उनके मार्गदर्शन और नेतृत्व में दो दिन पहले ऑपरेशन सिंधु की शुरुआत की गई थी। इस फ्लाइट में तेहरान से 290 यात्री लौटे हैं।
चटर्जी ने कहा कि हम ईरान की सरकार के साथ-साथ आर्मेनिया और तुर्कमेनिस्तान के बहुत आभारी हैं, जिन्होंने हमारे नागरिकों को विशेष फ्लाइट्स के जरिए ईरान से आने-जाने में सुविधा प्रदान की। अभी जो फ्लाइट लैंड की है, इसमें 290 यात्री थे। इनमें 190 जम्मू और कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश से थे। इसके अलावा हरियाणा, दिल्ली, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक राज्यों से भी लोग थे। इसलिए उनकी मुस्कान ही हम सभी के लिए सबसे बड़ा इनाम थी।
अरुण कुमार ने कहा कि ऑपरेशन सिंधु के तहत इजरायल में मौजूद भारतीय नागरिकों को वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन के लिए कहा गया है। इसलिए एक बार जब नागरिक वहां रजिस्ट्रेशन करा लेंगे, तो हम उनके लिए स्पेशल इवैक्युएशन फ्लाइट की व्यवस्था करेंगे, जिसके लिए विभिन्न एयरलाइन्स के साथ काम किया जा रहा है। आॅपरेशन सिंधु अभी शुरू हुआ है। इसे अभी दो दिन ही हुए हैं। आज तीसरा दिन है, इसलिए निश्चिंत रहें। कई फ्लाइट्स आएंगी और इन देशों से हमारे नागरिकों को वापस लाएंगी।
अपने वतन लौटीं एलिया वतूल ने कहा-ईरान में हमें भारत सरकार की ओर से फाइव स्टार होटल मिला। एक डर था। हमें पता नहीं था कि अगले पल क्या हो जाएगा, लेकिन हमें पता था कि सरकार को हमारी फिक्र है। हमें पता था कि हम सही सलामत अपने देश आएंगे।
भारत लौटे मौलाना सैय्यद मोहम्मद सईद ने कहा-ईरान में जंग के हालात हैं, लेकिन वहां के लोगों ने भी काफी सहयोग किया। हमारे दूतावास और विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बहुत सपोर्ट किया है। दूतावास ने हमें तुरंत सेफ जोन में पहुंचाया और हमारे लिए फ्लाइट उपलब्ध करवाई। हमें नहीं पता कि हम अपने प्रधानमंत्री का किस तरह शुक्रिया अदा करें। हम बहुत शुक्रगुजार हैं।
भारत लौटे एक अन्य नागरिक ने कहा-हमारी 13 जून की शाम की फ्लाइट थी, लेकिन सुबह हालात खराब हो गए। इसके बाद केंद्र सरकार ने बेहतरीन इंतजाम किए। हमारे लिए होटल उपलब्ध करवाया, रहने-खाने का इंतजाम करवाया और हमें सुरक्षित अपने देश वापस पहुंचाया। हम इसके लिए भारत सरकार और प्रधानमंत्री के शुक्रगुजार हैं।