भारतीय वायुसेना का 93वां वायुसेना दिवस गाजियाबाद के हिंडन स्थित एयरफोर्स स्टेशन पर मनाया गया। इससे पहले बुधवार सुबह ही राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने एक्स पर एक पोस्ट में बधाई दी। उन्होंने लिखा- वायुसेना दिवस पर सभी वायु योद्धाओं, पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों को हार्दिक बधाई दी।
By: Arvind Mishra
Oct 08, 2025just now
नई दिल्ली। स्टार समाचार वेब
भारतीय वायुसेना का 93वां वायुसेना दिवस गाजियाबाद के हिंडन स्थित एयरफोर्स स्टेशन पर मनाया गया। इससे पहले बुधवार सुबह ही राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने एक्स पर एक पोस्ट में बधाई दी। उन्होंने लिखा- वायुसेना दिवस पर सभी वायु योद्धाओं, पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों को हार्दिक बधाई दी। वहीं पीएम नरेंद्र मोदी ने लिखा- वायुसेना के सभी वॉरियर्स और उनके परिवारों को एयरफोर्स डे की बहुत बधाई। भारतीय वायुसेना अपनी बहादुरी, अनुशासन और सटीकता के लिए जानी जाती है। वायुसेना की प्रतिबद्धता, पेशेवर अंदाज और अदम्य साहस पर भारतीयों को गर्व है। समारोह के दौरान वायुसेना के विमानों ने हैरत अंगेज करतब भी दिखाए। विमानों से तिरंगा लहराया गया। इस साल वायुसेना दिवस की थीम सक्षम, सशक्त, आत्मनिर्भर रही। वायुसेना का यह दिवस ऑपरेशन सिंधु के वीर योद्धाओं को समर्पित रहा। इस मौके पर वायुसेना के साहस और शौर्य के लिए 97 वीरता पुरस्कार प्रदान किए गए।
समारोह के दौरान एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने कहा- ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय वायुसेना ने शत्रु पर सिर्फ चार दिनों में विजय प्राप्त की। दुश्मनों के छक्के छुड़ा दिए। ऑपरेशन सिंदूर में हमारा प्रदर्शन हमें पेशेवर गौरव से भर देता है। ऑपरेशन सिंदूर इस बात का एक शानदार उदाहरण है कि सावधानी के साथ योजना बनाकर, अनुशासन के साथ ट्रेनिंग और दृढ़ निश्चय के साथ क्या हासिल किया जा सकता है। स्वदेशी हथियारों ने दुश्मन के इलाके में अंदर तक सटीक प्रहार किए।
वायु सेना प्रमुख ने कहा- हमारे लिए नई प्रणालियों, हथियारों और उपकरणों के एकीकरण की बढ़ी हुई गति अहम सफलता रही है। मैं देख सकता हूं कि वायु योद्धाओं में जवाबदेही और सुरक्षा की संस्कृति बढ़ी है। यह साफ दिखाई भी दे रहा है। सभी स्तरों पर वायुवीर आगे बढ़कर नेतृत्व कर रहे हैं। असाधारण दूरदर्शिता और सहानुभूति का प्रदर्शन कर रहे हैं। वे यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि हर व्यक्ति को जरूरी प्रशिक्षण मिले और वह प्रेरित हो।
एपी सिंह ने कहा- मुझे गर्व हैं कि मैं आज ऐसी वायुसेना का हिस्सा हूं। जो टेक्नोलॉजी और क्षमता में संसार की अग्रिम वायुसेनाओं में से एक है। एक ऐसी वायुसेना जिसने देश के हर सकंट में आगे बढ़कर चुनौतियों का सामना किया। एक ऐसी वायुसेना जिसका हर एक वायु योद्धा देश के एक इशारे पर जान देने के लिए तैयार है। हमारे वायु वीरों ने हर युग में इतिहास रचा है। 1947 में कश्मीर की रक्षा। 1965 में आकाश से प्रहार, 1971 में एक नए राष्ट्र की रचना। 1999 में कारगिल में अदम्य साहस। 2019 में बालाकोट में आतंकियों का नाश। 2025 में ऑपरेशन सिंदूर।
वायुसेना दिवस में रडार सिस्टम को भी रखा गया। ऑपरेशन सिंदूर में रडार ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इसने दुश्मन देश के एयरक्राफ्ट को एंट्री करने से रोके था। वहीं वायु सेना के गौरवशाली इतिहास का प्रतीक रहे मिग-21 विमान को हिंडन एयरबेस में डिस्प्ले और विंटेज विमान के रूप में रखा गया। देश का पहला सुपरसोनिक लड़ाकू विमान 6 दशक से अधिक सेवा देने के बाद रिटायर हो चुका है।