ब्रिटिश प्रधानमंत्री किएर स्टार्मर दो दिवसीय भारत यात्रा पर बुधवार को मुंबई पहुंचे। इस दो दिवसीय यात्रा में भारत और ब्रिटेन के बीच व्यापार, निवेश, और प्रौद्योगिकी संबंधों समेत द्विपक्षीय साझेदारी के सभी पहलुओं पर चर्चा होगी। दरअसल, पीएम नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर ब्रिटिश पीएम भारत यात्रा पर आए हैं।
By: Arvind Mishra
Oct 08, 2025just now
मुंबई। स्टार समाचार वेब
ब्रिटिश प्रधानमंत्री किएर स्टार्मर दो दिवसीय भारत यात्रा पर बुधवार को मुंबई पहुंचे। इस दो दिवसीय यात्रा में भारत और ब्रिटेन के बीच व्यापार, निवेश, और प्रौद्योगिकी संबंधों समेत द्विपक्षीय साझेदारी के सभी पहलुओं पर चर्चा होगी। दरअसल, पीएम नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर ब्रिटिश पीएम भारत यात्रा पर आए हैं। दोनों नेता विजन-2035 के अनुरूप भारत-ब्रिटेन व्यापक रणनीतिक साझेदारी को लेकर चर्चा करेंगे। यही नहीं, बताया जा रहा है कि शिखर बैठक में विजय माल्या और नीरव मोदी जैसे भगोड़ों के संभावित प्रत्यर्पण पर भी चर्चा होगी। इससे अब उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही दोनों भगोड़ों पर शिकंजा कसेगा।
भारत बनेगा तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था
भारत पहुंचने के बाद ब्रिटिश पीएम ने कहा-हमने जुलाई में भारत के साथ एक बड़ा व्यापार समझौता किया था, जो किसी भी देश द्वारा किया गया सबसे सुरक्षित समझौता है, लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं हुई। उसकी हम आगे बढ़ाएंगे। भारत 2028 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने वाला है और उसके साथ हमारा व्यापार तेज और सस्ता होने वाला है, ऐसे में अवसरों का लाभ उठाने का कोई विकल्प नहीं है ब्रिटिश पीएम ने कहा- इस हफ्ते मुंबई में हमारे 125 सबसे बड़े घरेलू नामों के साथ ब्रिटिश व्यापार जगत का झंडा बुलंद करेंगे, क्योंकि उनके लिए भारत में विकास का मतलब है ब्रिटिश लोगों के लिए घर पर ज्यादा विकल्प, अवसर और रोजगार।
ग्लोबल फिनटेक फेस्ट को करेंगे संबोधित
स्टार्मर और मोदी मुंबई में ग्लोबल फिनटेक फेस्ट के छठ संस्करण में भाग लेंगे और संबोधित करेंगे, जिसमें पिछले वर्ष संपन्न भारत-यूके प्रौद्योगिकी सुरक्षा पहल (टीएसआई) पर प्रकाश डाला जाएगा, जिसका उद्देश्य दूरसंचार, एआई, क्वांटम कंप्यूटिंग, जैव प्रौद्योगिकी और महत्वपूर्ण खनिजों जैसी महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों में द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाना है।
125 से ज्यादा बिजनेसमैन पहुंचे भारत
125 से अधिक बिजनेसमैन और अधिकारियों के साथ स्टार्मर का ये मिड एयर मैसेज सिर्फ केबिन सौहार्द के बारे में नहीं था बल्कि ये एक प्रतीकात्मक शुरुआत थी, जिसे लेकर लंदन को उम्मीद है कि नई दिल्ली के साथ एक प्रमुख आर्थिक साझेदारी होगी।