दांगी क्षत्रिय समाज ने जताई आपत्ति; ज्ञापन देकर बोले- नाम परिवर्तन का प्रस्ताव निरस्त करें
By: Gulab rohit
Sep 29, 2025just now
सागर। सागर जिले के जैसीनगर (जयसिंह नगर) में 25 सितंबर को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एक जनसभा के दौरान जयसिंह नगर का नाम बदलकर जय शिव नगर किए जाने की घोषणा की थी। यह मांग उनके मंच पर मौजूद मंत्री गोविंद सिंह राजपूत और उनके भाई जिला पंचायत अध्यक्ष हीरा सिंह राजपूत ने रखी थी। लेकिन अब नाम परिवर्तन को लेकर विरोध शुरू हो गया है।
दांगी क्षत्रिय समाज ने जताई नाराजगी
नाम परिवर्तन की इस घोषणा के बाद दांगी क्षत्रिय समाज ने विरोध जताया है। सोमवार को समाज के प्रतिनिधियों ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा और इस फैसले को वापस लेने की मांग की।
शासक जय सिंह देव के नाम पर बसा था नगर
दांगी समाज के अनुसार, जयसिंह नगर की स्थापना सन 1679 में दांगी क्षत्रिय शासक जय सिंह देव ने की थी। उन्होंने वहां तालाब और किले का निर्माण कर नगर बसाया था, जो उनके नाम पर जयसिंह नगर कहलाया। यह नाम राजस्व रिकॉर्ड और ऐतिहासिक दस्तावेजों में आज भी दर्ज है।
गढ़पहरा था दांगी शासन की राजधानी
समाज के सदस्यों ने बताया कि ई.स. 1206 से 1732 तक सागर और आसपास के क्षेत्रों पर दांगी शासकों का शासन था। उनकी राजधानी गढ़पहरा थी, जो वर्तमान सागर नगर से 12 किलोमीटर उत्तर में स्थित है। गढ़पहरा का किला अब राज्य पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित स्मारक है।
5 अक्टूबर तक चेतावनी, नहीं तो प्रदर्शन
ज्ञापन में दांगी समाज ने कहा कि यदि 5 अक्टूबर तक मुख्यमंत्री द्वारा की गई नाम परिवर्तन की घोषणा निरस्त नहीं की जाती, तो समाज सागर जिले से लेकर पूरे प्रदेश में विरोध प्रदर्शन करेगा।
नाम न बदला जाए, ऐतिहासिक विरासत बनी रहे
दांगी समाज की मांग है कि जयसिंह नगर का नाम उसके ऐतिहासिक स्वरूप में ही यथावत रखा जाए, क्योंकि यह केवल एक नाम नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत का प्रतीक है।