मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के सतना कार्यालय से जारी आदेश ने सवाल खड़े कर दिए हैं। कार्यपालन अभियंता प्रकाश चंद्र निगम को रिटायरमेंट से केवल 5 दिन पहले मुख्य अभियंता बनाकर जबलपुर ट्रांसफर किया गया। कर्मचारियों का आरोप है कि विभाग अधिकारी-कर्मचारी में भेदभाव कर रहा है और इस फैसले से अनावश्यक आर्थिक बोझ बढ़ेगा।
By: Yogesh Patel
Sep 29, 2025just now
हाइलाइट्स
सतना, स्टार समाचार वेब
बिजली विभाग में अब मनमानी आदेश जारी किए जा रहे हैं जिसमे अधिकारियों को रिटायरमेंट से पहले पद और कद दोनों बढ़ाया जा रहा है जबकि अन्य कर्मी अपने मूल पद से ही रिटायरमेंट हो रहे हैं। सतना जिले में भी ऐसा ही अनोखा आदेश देखने को मिला है जिसमे कार्यपालन अभियंता को रिटायरमेंट के पांच दिन पहले पदोन्नति कर मुख्य अभियंता का आदेश जारी कर दिया गया।
तो कौन खर्च करेगा वहन
सूत्रों के मुताबिक मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के सतना कार्यालय के कार्यपालन अभियंता प्रकाश चंद्र निगम कर्मचारी आईडी 89569436 को पदोन्नति देकर मुख्य अभियंता बनाया गया है, जो कि 30 सितंबर 2025 को कंपनी से सेवानिवृत हो रहे हैं। यानि कि सिर्फ पांच दिवस के लिए श्री निगम को पदोन्नति देकर मुख्य अभियंता बनाया गया। हालांकि मूल पद कार्यपालन अभियंता के साथ उनके पास अतिरिक्त मुख्य अभियंता का प्रभार भी सौंपा गया था। बताया गया कि कंपनी द्वारा जारी आदेश में श्री निगम को कार्यपालन अभियंता न बताकर प्रभारी अतिरिक्त मुख्य अभियंता बताकर सतना से जबलपुर ट्रांसफर भी किया गया है जिनका जबलपुर में मुख्यालय एक्सक्यूटिव डायरेक्टर ऑफिस दिया गया है। सूत्रों ने बताया कि पदोन्नत्ति अधिकारी को जबलपुर भेजने पर टीए, डीए के नाम पर लाखों रुपए का अतिरिक्त बोझ आएगा, आखिरकार इस खर्च को कौन वहन करेगा?
विभागीय कर्मचारियों ने उठाए सवाल
सूत्रों ने बताया कि सतना में प्रभारी अतिरिक्त मुख्य अभियंता को पदोन्नति देकर जबलपुर पोस्ट किया गया है, जबकि मूल रूप से कार्यपालन अभियंता ही हैं। कंपनी द्वारा यह आदेश सवालों के घेरे में है कि आखिर क्यों पांच दिन के लिए श्री निगम को मुख्य अभियंता बनाकर रिटायरमेंट किया जा रहा है, जबकि ट्रांसको के अन्य श्रेणी के कर्मचारी अपने मूल पद से ही सेवानिवृत हो रहे हैं? कंपनी द्वारा कर्मचारियों के प्रति इतनी उदारता एवं तत्परता क्यों नहीं दिखाई जाती? आखिर अधिकारी कर्मचारी के साथ इस तरह का भेदभावपूर्ण रवैया क्यों?