भोपाल कलेक्टर कार्यालय में मंगलवार को जनसुनवाई के दौरान एक महिला ने जमकर हंगामा किया। यही नहीं, महिला ने चीख-चीखकर यह भी कहा कि मैं विधायक हूं। मेरी कहीं सुनवाई नहीं हो रही है। हालांकि इस बीच महिला को पुलिसकर्मी और महिला गार्ड समझाती रही, लेकिन वह नहीं मानी, हंगामा जारी रखा।
By: Arvind Mishra
Nov 25, 20252:58 PM
भोपाल। स्टार समाचार वेब
भोपाल कलेक्टर कार्यालय में मंगलवार को जनसुनवाई के दौरान एक महिला ने जमकर हंगामा किया। यही नहीं, महिला ने चीख-चीखकर यह भी कहा कि मैं विधायक हूं। मेरी कहीं सुनवाई नहीं हो रही है। हालांकि इस बीच महिला को पुलिसकर्मी और महिला गार्ड समझाती रही, लेकिन वह नहीं मानी, हंगामा जारी रखा। हंगामे की वजह से जनसुनवाई काफी देर तक प्रभावित रही। दरअसल, आज सुबह 11 से दोपहर 1 बजे तक जनसुनवाई हुई। इसमें 100 से अधिक पहुंचे। इस दौरान अपनी परेशानी के साथ पहुंची शोभना सिंह ने शिकायत पर कार्रवाई नहीं होने पर मीटिंग हॉल में हंगामा कर दिया। अधिकारियों ने महिला से कहा कि यह पुलिस की समस्या है। जिला पंचायत सीईओ ईला तिवारी और एडीएम अंकुर मेश्राम ने महिला को समझाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं मानी।
दूसरे आवेदक परेशान
महिला के हंगामे की वजह से जनसुनवाई पर भी असर पड़ा। कई पीड़ित अपनी बारी आने के लिए परेशान होते रहे, लेकिन अधिकारी और कर्मचारी हंगामा कर रही महिला को समझाने में जुटे रहे।
तीन महीने पहले भी आ चुकी
मिनाल रेसिडेंसी में रहने वाली शोभना सिंह तीन पहले भी वह जनसुनवाई में पहुंची थी। आवेदन दिया था कि 9 दिसंबर 2022 को उनके पास किसी मंशाराम का कॉल आया था। मकान खाली करने की धमकी दी थी। शोभना का कहना है कि वह अपनी 11 साल की बेटी के साथ रहती हैं। उन्हें मकान खाली करने के लिए जान से मारने की धमकी दी जा रही है, जबकि उनके मकान मालिक ग्वालियर में रहते हैं और उनके बीच 11 महीने का अनुबंध है। मंशाराम उन्हें आए दिन प्रताड़ित करता है।