प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समय चीन की दो दिवसीय यात्रा पर हैं। आज पीएम मोदी एससीओ शिखर सम्मेलन में हिस्सा ले रहे हैं। पीएम मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की है। पीएम मोदी, रूसी राष्ट्रपति और चीन के राष्ट्रपति के इस मुलाकात पर पूरी दुनिया की नजरें टिकी रहीं। इस बीच एक बड़ा ही दिलचस्प नजारा सामने आया है।
By: Arvind Mishra
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समय चीन की दो दिवसीय यात्रा पर हैं। आज पीएम मोदी एससीओ शिखर सम्मेलन में हिस्सा ले रहे हैं। पीएम मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की है। पीएम मोदी, रूसी राष्ट्रपति और चीन के राष्ट्रपति के इस मुलाकात पर पूरी दुनिया की नजरें टिकी रहीं। इस बीच एक बड़ा ही दिलचस्प नजारा सामने आया है। दरअसल, पाकिस्तान भी एससीओ का हिस्सा है, ऐसे में पाकिस्तानी पीएम शबहाज शरीफ भी इस शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए पहुंचे हैं। इस दौरान हाल में वह भी मौजूद थे, लेकिन इस दौरान कुछ ऐसा हुआ जिसकी उनको भी उम्मीद नहीं थी। सोमवार को पीएम मोदी और रूस के राष्ट्रपति पुतिन एक दूसरे से बात करते हुए आगे बढ़ रहे थे। इस दौरान शहबाज शरीफ हाथ बांधे हुए एक कोने में खड़े दिखे। सबसे ध्यान देने वाली बात है कि पाकिस्तानी पीएम से ना कोई बात का रहा था और ना ही कोई उनके आपपास खड़ा था। जब पीएम मोदी रूसी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आगे बढ़ रहे थे, पाकिस्तान के पीएम केवल टकटकी लगाए देखते रह गए। जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
दरअसल, चीन में एससीओ समिट का आयोजन हो रहा है। दुनिया की महाशक्तियां इस वक्त तियानजिन शहर में जमा हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग सोमवार को एससीओ के मंच पर एक साथ नजर आए। तीनों को अनौपचारिक रूप से बातचीत करते देखा गया। इस दौरान एक और बड़ा दिलचस्प नजारा दिखा।
शी जिनपिंग ने एससीओ समिट के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए वैश्विक व्यवस्था में धौंस और दबाव जैसी प्रवृत्तियों की आलोचना की। इस शिखर सम्मेलन में व्लादिमीर पुतिन और पीएम मोदी समेत 20 से ज्यादा देशों के नेता शिरकत कर रहे हैं। शी जिनपिंग ने एससीओ की बढ़ती वैश्विक आर्थिक भूमिका पर जोर देते हुए बताया कि सदस्य देशों की सम्मिलित अर्थव्यवस्था 30 ट्रिलियन डॉलर के करीब पहुंच चुकी है और चीन का निवेश पहले ही 84 बिलियन डॉलर से अधिक हो चुका है।
जिनपिंग ने जल्द से जल्द एससीओ डेवलपमेंट बैंक बनाने और सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए एक नए केंद्र की स्थापना का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सभी सदस्य देश दोस्त और साझेदार हैं और सभी को आपसी मतभेदों का सम्मान करते हुए रणनीतिक संवाद बनाए रखना चाहिए। शी ने सहयोग-एकजुटता को आवश्यक बताते हुए कहा कि इससे विभिन्न संस्कृतियां समृद्धि और सामंजस्य के साथ आगे बढ़ सकती हैं।
अपने भाषण में उन्होंने एससीओ की क्षेत्रीय सुरक्षा में भूमिका को रेखांकित किया और बहुपक्षवाद तथा सहयोग को मौजूदा भू-राजनीतिक तनावों के बीच महत्वपूर्ण बताया। साथ ही, उन्होंने संयुक्त राष्ट्र को वैश्विक शासन व्यवस्था में केंद्रीय भूमिका निभाने पर जोर दिया। चीन ने यह भी घोषणा की कि वह एससीओ सदस्य देशों में जरूरतमंद क्षेत्रों के लिए 100 छोटे-छोटे प्रोजेक्ट लागू करेगा, जिससे लोगों के जीवन स्तर में सुधार हो सके।