किसान बोले- दाना पतला होने की आशंका, कृषि वैज्ञानिक की सलाह- खेतों में पानी रुकने न दें
By: Gulab rohit
Oct 27, 20255:30 PM
रायसेन। रायसेन जिले में शनिवार रात और रविवार को दिनभर हुई रिमझिम बारिश से धान की फसल को नुकसान हुआ है। खेतों में खड़ी पकी हुई धान की बालियां आड़ी हो गई हैं। किसानों का कहना है कि अब कटाई में सामान्य से ज्यादा समय लगेगा और उत्पादन पर भी असर पड़ सकता है।
बारिश के कारण धान का दाना पतला रह जाने और उसका रंग उड़ने की आशंका है। कई जगहों पर कटाई के लिए तैयार फसल को भी क्षति पहुंची है। किसानों का कहना है कि दाना चमक खो सकता है, जिससे बाजार में कीमत प्रभावित हो सकती है।
दीवानगंज क्षेत्र के किसानों ने बताया कि इस सीजन धान की फसल अच्छी थी। समय पर दवाओं का छिड़काव भी किया गया था, लेकिन बारिश और तेज हवा ने स्थिति बदल दी। किसानों ने कहा कि धान तैयार खड़ी थी, अब दाना पतला और हल्का होने का डर है। चमक भी कम हो जाएगी।
चक्रवात के कारण बदला मौसम
मौसम विभाग के अनुसार हिंद महासागर में बने चक्रवात के कारण प्रदेश में यह बदलाव आया है। 29 नवंबर तक रायसेन सहित कई जिलों में बारिश की संभावना बनी हुई है। सोमवार सुबह हल्की ठंड के साथ आसमान में बादल और धूप दोनों दिखाई दिए।
कृषि वैज्ञानिक की सलाह- खेत में पानी न रुके
वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ. स्वप्निल दुबे ने कहा कि किसानों को खेतों में जल निकासी की उचित व्यवस्था करनी चाहिए। उन्होंने बताया कि फसल लंबे समय तक पानी में रहने पर दाना गिर सकता है और फफूंद लगने का खतरा बढ़ जाता है। बारिश थमने के बाद उन्होंने सलाह दी है कि पकी हुई फसल को हार्वेस्टर या मजदूरों की मदद से जल्द कटवाकर सुरक्षित स्थान पर ले जाएं।