श्रीनगर के नौगाम में स्थित पुलिस स्टेशन में हुए ब्लास्ट ने पूरे जम्मू-कश्मीर को दहशत में डाल दिया। धमाका इतना शक्तिशाली था कि इसकी आवाज कई किलोमीटर दूर तक सुनाई दी और पुलिस स्टेशन का बड़ा हिस्सा मलबे में तब्दील हो गया। इस हादसे में अब तक 10 लोगों की मौत और 27 घायल हैं।
By: Arvind Mishra
Nov 15, 202510:34 AM

श्रीनगर। स्टार समाचार वेब
श्रीनगर के नौगाम में स्थित पुलिस स्टेशन में हुए ब्लास्ट ने पूरे जम्मू-कश्मीर को दहशत में डाल दिया। धमाका इतना शक्तिशाली था कि इसकी आवाज कई किलोमीटर दूर तक सुनाई दी और पुलिस स्टेशन का बड़ा हिस्सा मलबे में तब्दील हो गया। इस हादसे में अब तक 10 लोगों की मौत और 27 घायल हैं। कई लापता लोगों की तलाश जारी है। घटना के पीछे दो संभावित वजहें सामने आ रही हैं। इनमें आतंकी साजिश को लेकर जांच हो रही है। दरअसल, फरीदाबाद से सफेदपोश आतंकी नेटवर्क से जब्त अमोनियम नाइट्रेट में शुक्रवार देर रात को श्रीनगर के नौगाम पुलिस स्टेशन में विस्फोट हो गया। विस्फोट इतना भीषण था कि धमाके से थाने का एक हिस्सा ढह गया और वहां पार्किंग में खड़ी गाड़ियों में आग लग गई। धमाकों में पुलिस इंस्पेक्टर समेत 10 लोगों की मौत हो गई।
घायलों में 24 पुलिसकर्मी
धमाके के समय थाने की इमारत में डीएसपी रैंक के एक अधिकारी व तहसीलदार समेत करीब 50 लोगों के उपस्थित होने का दावा किया जा रहा है। अधिकारियों के अनुसार 27 लोग घायल हुए हैं। इनमें से 24 पुलिसकर्मी हैं। पांच घायलों को सेना के बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। शेष को श्रीनगर के अन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने आतंकी हमले से इंकार किया है और इसे हादसा बताया है।

सफेदपोश आतंकी गिरोह
यह धमाका दिल्ली विस्फोट में लिप्त जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवात-उल-हिंद के पकड़े गए सफेदपोश आतंकियों के गिरोह से फरीदाबाद में बरामद अमोनियम नाइट्रेट में विस्फोट के कारण हुआ है। एफएसएल की टीम और अधिकारी आतंकी नेटवर्क से बरामद विस्फोटकों की जांच कर रहे थे और उसी दौरान यह धमाका हुआ।
पोस्टर से नेटवर्क का खुलासा
अक्टूबर माह में इसी नौगाम क्षेत्र में ही जैश-ए-मोहम्मद के पोस्टर दिखाई दिए थे। उसके बाद सफेदपोश आतंकियों के नेटवर्क का खुलासा हुआ और दर्जनों डॉक्टरों और उनके नेटवर्क से जुड़े आतंकियों की गिरफ्तारी हो पाई। यही थाना जांच के केंद्र में था। स्थानीय लोगों के अनुसार यह धमाका रात 11.15 बजे के हुआ और थाने की इमारत का एक बड़ा हिस्सा नष्ट हो गया।
निरीक्षण के दौरान धमाका
यह धमाका उस समय हुआ जब फोरेंसिक टीम पुलिस कर्मियों और एक तहसीलदार की मौजूदगी में अमोनियम नाइट्रेट आधारित विस्फोटकों का निरीक्षण करते हुए उनके नमूने ले रही थी। पुलिस ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। आग की सूचना पर दमकल कर्मी लगभग पौने 12 बजे मौके पर पहुंचे। पुलिस और सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। एसएसपी श्रीनगर, डीआइजी सेंट्रल कश्मीर रेंज और आइजी कश्मीर भी मौके पर पहुंचे हैं। पूरे इलाके को पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों ने घेर लिया। मामले की जांच जारी है।
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