एम्स भोपाल ने वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग फॉर इनोवेशन (WURI) 2025 में विजनरी लीडरशिप श्रेणी में वैश्विक स्तर पर 34वां स्थान प्राप्त किया। जानें कैसे संस्थान ने चिकित्सा शिक्षा और नवाचार में अपनी पहचान बनाई।
By: Ajay Tiwari
Jul 19, 202511 hours ago
भोपाल. स्टार समाचार वेब
भोपाल एम्स ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खुद को साबित किया है। वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग फॉर इनोवेशन (WURI) 2025 में संस्थान ने विजनरी लीडरशिप श्रेणी में वैश्विक स्तर पर 34वां स्थान हासिल किया है। यह उपलब्धि एम्स भोपाल की रणनीतिक सोच, इनोवेटिव लीडरशिप और समाज पर प्रभाव डालने वाले प्रयासों के लिए दिए गए हैं।
नवाचार में एम्स भोपाल की वैश्विक पहचान
AIIMS भोपाल ने चिकित्सा शिक्षा, अनुसंधान और संस्थागत नवाचार (institutional innovation) के क्षेत्र में अपनी पहचान तेजी से बनाई है. WURI रैंकिंग उन विश्वविद्यालयों और संस्थानों को सम्मानित करती है जो शिक्षा को पारंपरिक दायरे से आगे बढ़कर समाज में प्रभावी और व्यावहारिक योगदान देते हैं.
छात्र-केंद्रित पहल को मिला वैश्विक सम्मान
विजनरी लीडरशिप के अलावा, AIIMS भोपाल को स्टूडेंट सपोर्ट एंड एंगेजमेंट (Student Support & Engagement - A1) श्रेणी में भी वैश्विक स्तर पर स्थान मिला है. यह रैंकिंग छात्र सशक्तिकरण, समावेशी शिक्षा और संपूर्ण विकास की दिशा में संस्थान के प्रयासों को रेखांकित करती है.
क्या है WURI रैंकिंग?
स्विट्जरलैंड स्थित इंस्टीट्यूट फॉर पॉलिसी एंड स्ट्रैटजी ऑन नेशनल कॉम्पिटिटिव-नेस (IPSNC) और हैंसेटिक लीग ऑफ यूनिवर्सिटीज (Hanstatic League of Universities) के सहयोग से जारी WURI रैंकिंग पारंपरिक सिस्टम से अलग है. यह केवल अकादमिक प्रकाशनों या शोधपत्रों पर ध्यान केंद्रित नहीं करती, बल्कि इनोवेशन, सामाजिक योगदान और वास्तविक दुनिया पर प्रभाव जैसे मानकों पर संस्थानों का मूल्यांकन करती है.
डायरेक्टर ने जताई खुशी
AIIMS भोपाल के डायरेक्टर डॉ. अजय सिंह ने WURI द्वारा मिली इस वैश्विक मान्यता पर खुशी व्यक्त की है. उन्होंने कहा, "यह एम्स भोपाल के लिए गर्व की बात है. यह हमारी परिवर्तनकारी शिक्षा, छात्रों के सशक्तिकरण और दूरदर्शी नेतृत्व के प्रति प्रतिबद्धता का प्रमाण है. यह सम्मान हमें एक ऐसी स्वास्थ्य प्रणाली के निर्माण के लिए प्रेरित करता है जो भारत ही नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी सार्थक योगदान दे."