मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने राजधानी भोपाल में महापुरुषों—श्रीराम, श्रीकृष्ण, सम्राट अशोक और विक्रमादित्य—के नाम पर 9 भव्य द्वार बनाने की घोषणा की। 'गाय वाला मुख्यमंत्री' का नागरिक अभिनंदन।
By: Ajay Tiwari
Dec 06, 20256:15 PM
भोपाल, स्टार समाचार वेब
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शनिवार को घोषणा की कि भोपाल के गौरवशाली इतिहास और विरासत को जीवंत करने के लिए राजधानी के विभिन्न मार्गों पर महापुरुषों के नाम पर 9 भव्य और कलात्मक द्वार निर्मित किए जाएंगे। उन्होंने यह बात हुजूर विधानसभा क्षेत्र के नागरिकों द्वारा आयोजित अभिनंदन समारोह के दौरान कही।
विरासत को जीवंत करते भव्य द्वार
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने राजधानी के अतीत को संवारने की प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि राजा भोज के शासन के एक हजार वर्ष पूरे होने पर पहले ही भोज-नर्मदा द्वार का भूमि-पूजन किया जा चुका है। अब, महान चक्रवर्ती सम्राट विक्रमादित्य के शासन के दो हजार वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में उनके नाम पर बनने वाले द्वार का भूमि-पूजन किया जाएगा। इन 9 द्वारों को भगवान श्रीराम, भगवान श्रीकृष्ण (मध्यप्रदेश में शिक्षा प्राप्त करने के संदर्भ में), सम्राट अशोक, और सम्राट विक्रमादित्य जैसे महान विभूतियों को समर्पित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने इस कार्य को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 'विरासत के साथ विकास' के मॉडल का विस्तार बताया।
सुशासन और सांस्कृतिक गौरव का स्मरण
संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर के निर्वाण दिवस पर उन्हें याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह लोकतंत्र की ताकत है कि आज देश में 'चाय वाला' प्रधानमंत्री और 'गाय वाला' मुख्यमंत्री है। उन्होंने कहा कि सनातन संस्कृति में गौमाता का प्रमुख स्थान है, और उनकी रक्षा व पोषण के लिए सरकार मुख्यमंत्री डॉ. अंबेडकर कामधेनु योजना चला रही है।
विकास का नया मॉडल
समारोह में विधायक रामेश्वर शर्मा ने बताया कि 13 दिसंबर को विक्रमादित्य द्वार का भूमि-पूजन होगा, और ये सभी द्वार भारतीय संस्कृति की अद्भुत झलक प्रस्तुत करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव का सरकार के दो वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर हुजूर विधानसभा क्षेत्र के नागरिकों ने गजमाला पहनाकर भव्य अभिनंदन किया।