रीवा में खाद वितरण की बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। प्रशासनिक जांच में दो दुकानों के पीओएस मशीन में यूरिया और डीएपी का स्टॉक दर्ज था, लेकिन मौके पर कुछ भी नहीं मिला। अधिकारियों ने दोनों दुकानों को सीज कर दिया। खरीफ सीजन में किसानों को खाद की किल्लत झेलनी पड़ रही है और उनका आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
By: Yogesh Patel
Aug 21, 2025just now
हाइलाइट्स
रीवा, स्टार समाचार वेब
बुधवार को प्राइवेट दुकानों पर प्रशासनिक अधिकारियों का पहरा रहा। पहरे में स्टॉक में रखी खाद किसानों को उपलब्ध कराई गई। दो दुकानों में स्टॉक भरा हुआ दिख रहा था लेकिन मौके पर कुछ भी नहीं मिला। इस पर दोनों दुकानों को सीज कर दिया गया है।
आपको बता दें कि खरीफ का सीजन चल रहा है। खेतों में किसानों ने फसल बो दी है। अब उन्हें यूरिया और डीएपी की जरूरत है। यूरिया की एक रैक आई थी। कुछ समितियों और डबल लॉक तक खाद पहुंची। एक दिन खाद का वितरण हुआ। पुलिस के पहरे के बीच खाद का वितरण किया गया। दूसरे दिन अधिकांश जगहों पर खाद खत्म हो गई। किसानों को खाद मिली ही नहीं। किसानों का आक्रोश बढ़ने से रोकने के लिए कलेक्टर ने ऐसा आदेश दिया कि प्राइवेट दुकानदारों को झटका लग गया। कलेक्टर ने तीन दिन के अंदर प्राइवेट दुकानों में स्टोर खाद को वितरण कराने के अधिकारियों को आदेश दे दिए। सभी अधिकारियों की ड्यूटी खाद बिक्री कराने में लगा दी गई। कलेक्टर का आदेश होते ही बुधवार की सुबह किसानों की भीड़ प्राइवेट दुकानों के बाहर लग गई। जहां जहां खाद का भंडारण था। वहां वहां लाइनें लगी रही। सुबह अधिकारी दुकानों तक पहुंचे। अधिकारियों की मौजूदगी में ही सस्ती दर पर किसानों को यूरिया उपलब्ध कराई गई। किसान खाद पाकर खुश नजर आए। खाद लेने के लिए किसान दूर दूर से पहुंचे थे। यह कार्रवाई रीवा शहर सहित सभी तहसीलों में की गई।
पीओएस मशीन में स्टॉक था और मौके पर खाली
रतहरा शिवानी खाद बीज भंडार पर वितरण कराने नायब तहसीलदार यतीश शुक्ला पहुंचे। यहां पीओएस मशीन में यूरिया 15.255 एमटी दिख रही थी लेकिन भौतिक रूप से मौके पर कुछ भी नहीं था। डीएपी का स्टॉक 3.8 एमटी दिख रहा था। इस पर नायब तहसीलदार ने दुकान ही सीज कर दी। दुकानदार बहाने बना रहा था। उसने कहा कि पीओएस में स्टॉक दर्ज नहीं हो पाया लेकिन अधिकारियों ने एक नहीं माना। दुकान सीज कर दी गई। इसी तरह की गड़बड़ी चुंआ में संचालित त्रिपाठी खाद बीज भंडार में भी देखने को मिली। यहां भी 15 एमटी यूरिया खाद स्टॉक में पीओएस मशीन में दिख रही थी। वहीं डीएपी का स्टॉक 3.8 एमटी था। मौके पर कुछ भी नहीं मिला। इस दुकान को भी नायब तहसीलदार ने सीज करा दिया।
आज आनी थी यूरिया की रैक अब कुछ दिन बाद आएगी
जिले में यूरिया उर्वरक की रैक आज पहुंचने वाली थी किन्ही कारणोवश रैक प्राप्त नहीं हो पाई है। जिला विपणन अधिकारी ने बताया कि शीघ्र ही रीवा के लिये रैक प्राप्त हो जायेगी रैक प्राप्त होने तक किसान धैर्य का परिचय दें। रैक प्राप्त होते ही इसका वितरण किसानों को किया जायेगा। किसानों को 22 से फिर यूरिया की उपलब्धता का आश्वासन दिया गया था। किसान प्रशासन के आश्वासन पर ही रुके हुए थे। अब समय पर खाद नहीं मिलने से उनका गुस्सा फूटना तय है।
कलेक्टर, कमिश्नर को भाकियू प्रदेश अध्यक्ष ने सौंपा ज्ञापन
भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष सुब्रतमणि त्रिपाठी ने कलेक्टर और कमिश्नर रीवा संभाग रीवा को खाद की समस्या को लेकर ज्ञापन सौंपा है। कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर मांग की है कि सेवा सहकारी समितियों, डबल लॉक में कितनी खाद भेजी गई और कितनी वर्तमान स्थिति में चाहिए इसकी जानकारी जुटाई जाए। खाद वितरण केन्द्रों में किसानों के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। छांव पानी की व्यवस्था कराने की मांग की गई है। गांवों में बिजली की समस्या है। ट्रांसफार्मर जले हुए हैं। उन्हें बदलने की मांग की गई है। 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराने की मांग की गई। किसान सुब्रत ने कलेक्टर की पहल का स्वागत किया है।