सिंगरौली में कर सलाहकार और सिंगरौली ट्रेडर्स के 7 ठिकानों पर जीएसटी और ईओडब्ल्यू की संयुक्त टीम ने छापा मारा। जांच में कई बोगस फर्म और फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट का मामला सामने आया। कार्रवाई सतना, रीवा और सिंगरौली टीमों ने मिलकर की। बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी की आशंका जताई जा रही है।
By: Yogesh Patel
हाइलाइट्स
सिंगरौली, स्टार समाचार वेब
जिले में एक कर सलाहकार समेत 7 ठिकानों पर केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर सीजीएसटी विभाग और ईओडब्ल्यू की टीम ने एक साथ छापेमार कार्यवाही की है। जांच टीम को सिंगरौली ट्रेडर्स संचालक के पास से कई बोगस फर्म मिली है। इस कार्यवाही में सतना, रीवा और सिंगरौली की टीम शामिल है। जिसमें 22 सदस्य बताए जा रहे हैं। हालांकि टीम ने यह नहीं बताया कि कितने टैक्स की चोरी हुई है। मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार को ईओडब्ल्यू और जीएसटी के टीम को सिंगरौली ट्रेडर्स के खिलाफ बोगस कंपनियों के जरिए इनपुट टैक्स क्रेडिट के नाम पर गड़बड़ी की शिकायत मिली थी। इसके बाद आज मंगलवार की दोपहर करीब 1 बजे ईओडब्ल्यू और जीएसटी के अधिकारियों और पुलिस बल के साथ सिंगरौली ट्रेडर्स के संचालक साधु शरण के दुकान, गोदाम और कर सलाहकार अनिल कुमार शाह के दफ्तर में छापेमारी शुरू की।
इस दौरान टीम ने अलग-अलग सहित छह ठिकानों पर छापा मार कार्यवाही की हैं। जांच टीम ने फर्म की पड़ताल की, जहां सभी काम कागजों पर चल रहे थे। वहीं जीएसटी से संबंधित कागजों में हेरा फेरी की आशंका जताई जा रही है और ईओडब्ल्यू की टीम इसलिए शामिल है क्योंकि कागजों में अगर गड़बड़ हुई है तो संस्था में वित्तीय अनियमितता भी आवश्यक रूप से की गई होगी। सूत्र बताते हैं कि सिंगरौली ट्रेडर्स के संचालक साधु शरण का सिंगरौली के नौगढ़ इलाके में सीमेंट सरिया की एक फर्म है। इसके अलावा एक आटा मिल का प्लांट है। साथ ही किसान सहायता केंद्र के नाम से खाद और बीज का भी बड़ा कारोबार है और इसी व्यापारी का टैक्स से संबंधित काम देखने वाले कर सलाहकार अनिल कुमार शाह के यहां पर भी कार्यवाही की जा रही है। बताया जा रहा है कि सिंगरौली ट्रेडर्स नाम की इस फर्म का सारा जीएसटी और टैक्स से संबंधित काम अनिल कुमार शाह देख रहे थे। इसी वजह से अनिल शाह के यहां पर भी ईओडब्ल्यू और जीएसटी टीम ने कागज जप्त किए हैं। यह कार्यवाही देर शाम तक चलती रही। इसमें बड़ी टैक्स की चोरी का खुलासा हो सकता है।
बोगस फर्मों से टैक्स की चोरी
टीम में शामिल एक अधिकारी ने बताया कि सिंगरौली ट्रेडर्स के संचालक ने कई बोगस फर्म के जरिए टैक्स की चोरी की है। कई फर्म ऐसी मिली है कि जिनके नाम से काम किया जा रहा है लेकिन वह उस पते में है ही नहीं। काम करने वाला दूसरा व्यक्ति है जबकि लाभ लेने वाला दूसरा व्यक्ति है। वहीं बोगस आईटीसी आगे पास आॅन कर विभाग को करोड़ों के राजस्व का नुकसान पहुंचाया। यह कंपनी सिर्फ दस्तावेजों पर मौजूद थी और इसका इस्तेमाल टैक्स चोरी के लिए किया गया। संचालक ने फर्जी खरीद फरोख्त दिखाकर लाखों रुपए का लेनदेन किया है।
जानकारी मिली थी कि फर्जी इन्वॉइस के बेस पर फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट जनरेट करके शासन को जाने वाले पैसों में सेंधमारी कर सरकार के राजस्व की चोरी कर रहे थे। यह जिन कंपनियों का नाम बता रहे थे वह सही नहीं लग रहे हैं, जांच इनिशियल स्टेज पर है सब जल्दी ही सामने आ जाएंगे।
डॉ. अरविंद ठाकुर, एसपी, ईओडब्ल्यू रीवा
वोगस इनपुट टैक्स क्रेडिट लेकर राजस्व की क्षति पहुंचाई जा रही है। बहुत सारे ऐसे बिजनेस प्रेमिसेस पाए गए हैं जो सही नहीं है ना ही वह व्यक्ति मिले हैं। कहीं पर भी व्यावसायिक गतिविधियां नहीं मिली है। बावजूद उसे इसके बिजनेस के जारी इनपुट टैक्स क्रेडिट ली गई है।
दीप खरे, जॉइंट कमिश्नर जीएसटी सतना