पिछले दिनों इंडिगो की उड़ानें रद्द होने और देरी के कारण हुई परेशानी पर केंद्रीय उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने संसद में सख्त रुख अपनाया। उन्होंने कहा कि सभी एयरलाइंस के लिए मिसाल पेश की जाएगी और जांच जारी है।
By: Ajay Tiwari
Dec 08, 20253:37 PM
नई दिल्ली: स्टार समाचार वेब
पिछले एक हफ्ते से देश भर में इंडिगो (Indigo) एयरलाइंस के कारण उपजे संकट ने हवाई यात्रियों को भारी परेशानी में डाल दिया था। हजारों उड़ानों के रद्द होने और देरी के कारण यात्रियों को रिफंड और सामान के लिए एयरपोर्ट पर घंटों इंतजार करना पड़ा। इस पूरी घटना पर सरकार की सख्त निगरानी थी, और अब केंद्रीय उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने संसद में इस मामले पर कड़ा बयान दिया है।

केंद्रीय उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने संसद में दो टूक शब्दों में कहा कि पिछले दिनों जो भी हुआ, उसके बाद सरकार सख्त रुख अपनाने वाली है। उन्होंने चेतावनी दी कि सरकार सभी एयरलाइंस के लिए एक उदाहरण (मिसाल) सेट करेगी, ताकि भविष्य में इस तरह की लापरवाही दोहराई न जाए। मंत्री ने संसद में कहा, "फ्लाइट में देरी या रद होने के कारण यात्रियों को जो भी असुविधा हुई है, उसके लिए सख्त सिविल एविएशन रिक्वायरमेंट्स (CARs) बनाए गए हैं। सभी एयरलाइंस को इसका सख्ती से पालन करना होगा।" उन्होंने सॉफ्टवेयर में खराबी को लेकर जांच शुरू करने की भी जानकारी दी।
केंद्रीय उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने कहा कि सरकार सभी एयरलाइंस के लिए एक मिसाल पेश करेगी और भविष्य में ऐसी घटना रोकने के लिए सख्त कार्रवाई करेगी।
फ्लाइट में देरी/रद्द होने पर यात्रियों की असुविधा के लिए बने सख्त सिविल एविएशन रिक्वायरमेंट्स (CARs) का पालन सभी एयरलाइंस के लिए अनिवार्य होगा।
मंत्री ने बताया कि FDTL नियमों में बदलाव की सूचना 1 दिसंबर को ही इंडिगो को दे दी गई थी, फिर भी 3 दिसंबर से फ्लाइट्स रद्द होनी शुरू हुईं।
मंत्री ने साफ कहा कि क्रू और रोस्टर को मैनेज करने में इंडिगो एयरलाइन नाकामयाब रही, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी हुई।
नायडू ने बताया कि फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) के नियम लागू करने से पहले 1 दिसंबर को इंडिगो के साथ बैठक हुई थी। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि "हमने तभी उन्हें नियमों में बदलाव के बारे में बताया था। तब उन्होंने इसपर कोई आपत्ति नहीं जताई। मगर, अचानक 3 दिसंबर को फ्लाइट रद्द होने का सिलसिला शुरू हो गया। हमने तुरंत इसपर संज्ञान लिया।"
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उड्डयन मंत्री ने स्पष्ट किया कि सरकार पायलटों, क्रू मेंबर्स और यात्रियों का पूरा ख्याल रखती है। उन्होंने इंडिगो को सीधी चेतावनी देते हुए कहा- "इंडिगो को क्रू और रोस्टर को मैनेज करना था। मगर, वो नाकामयाब रहे और इससे यात्रियों को काफी परेशानी हुई। हम सभी एयरलाइंस के लिए मिसाल पेश करेंगे। हमने जांच शुरू कर दी है, मामले पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।" मंत्री ने कहा कि सरकार के दखल के बाद ही पिछले दो दिनों में स्थिति सामान्य होने लगी है। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि भविष्य में कोई भी एयरलाइन यात्रियों को इस तरह की परेशानी में न डाले।