खजुराहो के गौतम होटल एंड रिसॉर्ट में फूड प्वाइजनिंग से तीन कर्मचारियों की मौत ने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया। मरने वालों के परिवारों और स्थानीय लोगों ने खजुराहो–बमीठा मार्ग पर 6 घंटे जाम लगाकर जमकर विरोध किया, जिससे मुख्यमंत्री का रूट बदलना पड़ा। घटना के दौरान न मुख्यमंत्री और न ही कोई मंत्री-विधायक मौके पर पहुंचे, जिससे लोगों ने सरकार पर संवेदनहीनता का आरोप लगाया। कुल 12 कर्मचारी बीमार हुए थे, जिनमें से तीन की मौत ग्वालियर में इलाज के दौरान हुई।
By: Yogesh Patel
Dec 10, 20258:47 PM
हाइलाइट्स:
छतरपुर, स्टार समाचार वेब
बीते रोज पर्यटन नगरी के गौतम होटल एंड रिसॉर्ट के करीब एक दर्जन कर्मचारी फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गए थे, जिन्हें पहले स्थानीय अस्पताल और इसके बाद क्रमश: छतरपुर तथा ग्वालियर रेफर किया गया था। मंगलवार की सुबह इन बीमार कर्मचारियों में से 3 कर्मचारियों की मौत हो गई, जिसमें बाद खजुराहो में कोहराम की स्थिति बन गई। चूंकि कैबिनेट बैठक के लिए आए मुख्यमंत्री भी इस समय खजुराहो में थे इसलिए जिला प्रशासन और पुलिस ने तुरंत मोर्चा संभालकर लोगों को शांत कराने का प्रयास किया लेकिन लोग नहीं माने और सीएम के खजुराहो से रवाना होने तक लगातार हंगामा करते रहे। इस दौरान न तो मुख्यमंत्री परिजनों से मिलने पहुंचे और न अन्य कोई मंत्री-विधायक, जिसके बाद लोगों ने इसे सरकार की संवेदनहीनता कहा। प्राप्त जानकारी के अनुसार सोमवार को खजुराहो के गौतम होटल एंड रिसॉर्ट में काम करने वाले कर्मचारी रवि कोंदर, दयाराम रैकवार, रामस्वरूप कुशवाहा, हार्दिक सोनी, बिहारी पटेल, गिरजा रजक, प्रागीलाल कुशवाहा, दयाराम कुशवाहा, गोविंद कुशवाहा, राजकुमारी और रोशनी की अचानक तबियत बिगड?े पर उन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया था। चूंकि सभी कर्मचारियों की हालत खराब थी, इसलिए उन्हें तुरंत जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया था। जिला अस्पताल में इलाज के बाद जब कुछ कर्मचारियों की हालत ठीक नहीं हुई तो चिकित्सकों ने ग्वालियर रेफर किया, जहां मंगलवार की सुबह प्रागीलाल कुशवाहा, गिरजा रजक और रामस्वरूप कुशवाहा ने दम तोड़ दिया, जिसकी पुष्टी सीएमएचओ डॉ. आरपी गुप्ता ने की मौत की खबर लगते ही स्थानीय लोगों मृतकों के परिजनों के साथ खजुराहो - बमीठा मार्ग में जाम लगा दिया 6 घंटे तक यातायात बाधित रहा।